अगर आपके बच्चे की उम्र 5 साल हो चुकी है, तो यह समय है आधार कार्ड में जरूरी बायोमेट्रिक अपडेट कराने का। UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) के अनुसार, तय उम्र में अपडेट नहीं होने पर बच्चे का आधार नंबर डीएक्टिवेट हो सकता है। इसका सीधा असर सरकारी योजनाओं और सेवाओं के लाभ पर पड़ सकता है।
किस उम्र पर जरूरी है आधार बायोमेट्रिक अपडेट?
UIDAI ने बच्चों के आधार कार्ड अपडेट को लेकर उम्र के अनुसार दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- 5 साल की उम्र पर:
- फिंगरप्रिंट, आईरिस स्कैन और फोटो दोबारा लिए जाएंगे।
- यह अपडेट बिल्कुल मुफ्त होगा।
- 7 साल की उम्र के बाद:
- अगर 7 की उम्र पार हो चुकी है और अब अपडेट करा रहे हैं, तो ₹100 का शुल्क देना होगा।
- इस उम्र के बाद अपडेट नहीं कराने पर आधार डीएक्टिवेट किया जा सकता है।
- 15 साल की उम्र पर:
- एक बार फिर बायोमेट्रिक अपडेट जरूरी है।
- यह अपडेट भी मुफ्त रहेगा।
अगर अपडेट नहीं कराया तो क्या होगा नुकसान?
समय पर बायोमेट्रिक अपडेट नहीं कराने से कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं:
- UIDAI द्वारा आधार नंबर डीएक्टिवेट किया जा सकता है।
- बिना अपडेट आधार कार्ड के:
- स्कूल एडमिशन
- परीक्षा रजिस्ट्रेशन
- स्कॉलरशिप
- सब्सिडी या DBT
जैसी सरकारी सेवाएं नहीं मिलेंगी।
- लगभग हर सरकारी योजना में आधार की वैधता जरूरी है।
कहां और कैसे कराएं बायोमेट्रिक अपडेट?
बायोमेट्रिक अपडेट की प्रक्रिया बेहद सरल है:
- नजदीकी आधार सेवा केंद्र या अधिकृत एनरोलमेंट सेंटर पर जाएं।
- साथ ले जाएं:
- बच्चे का आधार कार्ड
- माता-पिता का ID Proof
- कर्मचारी द्वारा बायोमेट्रिक और फोटो अपडेट किया जाएगा।
स्कूलों में चलाया जाएगा विशेष अभियान
UIDAI ने बड़े स्तर पर स्कूलों में ही बच्चों के आधार अपडेट करने की योजना बनाई है:
- देशभर में लगभग 7 करोड़ बच्चों का बायोमेट्रिक डेटा अपडेट किया जाएगा।
- यह अभियान 2 महीनों के भीतर शुरू हो सकता है।
- बच्चों के आधार अपडेट के लिए माता-पिता की सहमति ली जाएगी।
समय पर करें अपडेट, वरना होगी परेशानी
बच्चों के आधार कार्ड को समय पर अपडेट कराना केवल कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि हर सरकारी योजना के लाभ के लिए आवश्यक है। यदि अभी तक आपके बच्चे की उम्र 5 या 7 साल हो चुकी है और आधार अपडेट नहीं कराया है, तो बिना देर किए नजदीकी केंद्र पर जाकर यह प्रक्रिया पूरी करें।