भोपाल। महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में मध्यप्रदेश सरकार ने एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को ‘लखपति दीदी योजना’ (Lakhpati Didi Yojana) की घोषणा की, जिसके तहत प्रदेश की महिलाओं को 1 लाख रुपये तक का ऋण दिया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।
क्या है लखपति दीदी योजना?
‘लखपति दीदी योजना’ एक महत्वाकांक्षी सरकारी पहल है, जिसका मकसद है ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना। इस योजना के तहत महिलाओं को 1 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे कोई व्यवसाय या उद्यम शुरू कर सकें।
योजना के प्रमुख उद्देश्य
- महिला सशक्तिकरण: आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाना
- स्वरोजगार को बढ़ावा: खुद का व्यवसाय या उद्यम शुरू करने के लिए मदद
- गरीबी उन्मूलन: ग्रामीण और पिछड़े इलाकों की महिलाओं की आय में वृद्धि
- प्रधानमंत्री की गारंटी का क्रियान्वयन: यह योजना पीएम नरेंद्र मोदी की गारंटी का हिस्सा है
मुख्यमंत्री मोहन यादव का बयान
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी जी की ‘लखपति दीदी’ की परिकल्पना को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। हमारी बहनों को अब बैंक से ₹1 लाख तक का ऋण मिलेगा, जिससे वे आत्मनिर्भर बनेंगी और अपने परिवार को आर्थिक मजबूती देंगी।”
किन महिलाओं को मिलेगा लाभ?
- स्वयं सहायता समूह (SHG) की सदस्य महिलाएं
- ग्रामीण और शहरी क्षेत्र की इच्छुक महिलाएं
- जिनके पास कोई छोटा व्यवसाय शुरू करने की योजना है
- जिनके पास आवश्यक दस्तावेज़ और बैंक खाता है
आवेदन प्रक्रिया (संभावित)
- नजदीकी बैंक या ग्राम पंचायत कार्यालय से संपर्क करें
- आवेदन फॉर्म भरें और योजना की जानकारी लें
- आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें (आधार, फोटो, बैंक पासबुक)
- समिति द्वारा आवेदन की जांच के बाद ऋण स्वीकृत किया जाएगा
योजना से क्या होगा लाभ?
- महिलाएं खुद का रोजगार शुरू कर सकेंगी
- घरेलू आय में वृद्धि होगी
- आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग की महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ा जाएगा
- महिला सशक्तिकरण को मिलेगी नई दिशा