BY: Yoganand Shrivastva
अहमदाबाद | हाल ही में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की एक रिपोर्ट में पायलट को जिम्मेदार ठहराए जाने पर फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने नाराजगी जताई है। संगठन के अध्यक्ष कैप्टन सी.एस. रंधावा ने इस रिपोर्ट को ‘भ्रामक और आधारहीन’ करार देते हुए, इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाने की बात कही है।
रंधावा बोले- प्रारंभिक जांच में पायलट की गलती का कोई जिक्र नहीं
कैप्टन रंधावा ने साफ कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में यह कहीं नहीं लिखा है कि पायलट ने ईंधन आपूर्ति बंद करने का कोई स्विच दबाया था। उन्होंने मीडिया संस्थानों को आगाह किया कि वे अधूरी जानकारी के आधार पर इस तरह की रिपोर्टिंग से परहेज़ करें, जिससे पायलटों की छवि खराब होती है और यात्रियों के बीच डर फैलता है।
“WSJ ने जो दावा किया है, वह रिपोर्ट की गलत व्याख्या है। हमने कभी ऐसा नहीं कहा कि पायलट की गलती थी। हम इस रिपोर्ट की निंदा करते हैं और जल्द ही उनके खिलाफ FIP के माध्यम से कार्रवाई करेंगे,” – कैप्टन रंधावा।
जनता से अपील: जल्दबाज़ी में न दें कोई टिप्पणी
FIP ने लोगों और मीडिया संस्थानों से अपील की है कि जब तक दुर्घटना की विस्तृत जांच रिपोर्ट सामने नहीं आती, तब तक वे अटकलबाजी से बचें। प्रारंभिक रिपोर्ट को अंतिम निष्कर्ष मान लेना ठीक नहीं है।
“हवाई सुरक्षा पर बेबुनियाद टिप्पणियां यात्रियों में अनावश्यक भय पैदा कर सकती हैं,” रंधावा ने कहा।
2019 की एक पुरानी घटना से की तुलना
रंधावा ने 17 जनवरी 2019 को हुई ANA NH985 फ्लाइट की एक घटना का उल्लेख किया, जिसमें थ्रस्ट रिवर्सर के प्रयोग के दौरान बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के इंजन बंद हो गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसी तकनीकी गड़बड़ी के लिए TCMA (Throttle Control Malfunction Accommodation) को जिम्मेदार ठहराया गया था।
“मौजूदा हादसे में भी TCMA जैसी तकनीकी विफलता की आशंका है, जिसकी बोइंग ने अब तक न तो जांच की और न ही संबंधित विमानों के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।”
जांच बोर्ड में पायलटों को शामिल करने की मांग
FIP का कहना है कि जांच समिति में कोई पायलट प्रतिनिधि नहीं है, जिससे निष्कर्षों की सटीकता पर प्रश्नचिह्न उठते हैं। संगठन ने नागरिक उड्डयन मंत्री से अनुरोध किया है कि जांच बोर्ड में टाइप रेटेड पायलट, इंजीनियर और एविएशन सेफ्टी एक्सपर्ट्स को शामिल किया जाए।
रंधावा ने कहा:
“भारतीय पायलट वैश्विक मानकों के अनुसार प्रशिक्षित होते हैं और हम अपने अनुभव और जिम्मेदारी पर गर्व करते हैं।”
WSJ की रिपोर्ट पर सीधी प्रतिक्रिया
रंधावा ने बताया कि WSJ ने उनसे संपर्क किया था, लेकिन उन्होंने जानबूझकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी क्योंकि उन्हें भरोसा नहीं था कि अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करेगा।
“WSJ की रिपोर्ट बेबुनियाद है और इसका उद्देश्य केवल सनसनी फैलाना है।”