देहरादून: देश भर में यातायात नियमों का पालन करने को लेकर और आमजन को सड़क हादसों के प्रति जागरूक करने को लेकर सड़क सुरक्षा माह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में देहरादून पुलिस की ओर से भी जागरूकता रैली पुलिस लाइन देहरादून से निकाली गई। इस दौरान पुलिस मॉडर्न स्कूल के छात्र-छात्रा भी मौजूद रहे। रैली को SSP अजय सिंह ने हरि झंडी दिखा रवाना किया। इस मौके पर एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने कहा कि हर साल लाखों की संख्या में सड़क हादसों में लोग अपनी जान गंवा बैठते हैं। इसी को लेकर आमजन के बीच जागरूकता पैदा करने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं में हर साल हजारों लोग अपनी जान गंवाते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) के अनुसार, 2022 में भारत में कुल 4,61,312 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1,68,491 लोगों की मौत हुई और 4,43,366 लोग घायल हुए।
दुर्घटनाओं के मुख्य कारण:
- ओवरस्पीडिंग (अत्यधिक गति): सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में से 71% की मौत ओवरस्पीडिंग के कारण होती है। indiaspendhindi.com
- नशे में गाड़ी चलाना: नशे में गाड़ी चलाने से 4,201 मौतें हुईं।
- गलत साइड पर गाड़ी चलाना: गलत साइड पर गाड़ी चलाने से 9,094 मौतें हुईं।
- लाल बत्ती जंप करना: लाल बत्ती जंप करने से 1,462 मौतें हुईं।
- मोबाइल फोन का उपयोग: मोबाइल फोन का उपयोग करने से 3,395 मौतें हुईं।
उत्तराखंड में सड़क दुर्घटनाओं की स्थिति:
उत्तराखंड में भी सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। 2024 में राज्य में कुल 1,594 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें 983 लोगों की मौत हुई और 1,427 से अधिक लोग घायल हुए। इनमें से 1,353 दुर्घटनाएं रैश ड्राइविंग और ओवरस्पीड के कारण हुईं, जिनमें 825 लोगों की जान गई और 1,209 लोग घायल हुए।
देश भर में सड़क दुर्घटनाओं में वृद्धि चिंता का विषय है। मुख्य कारणों में ओवरस्पीडिंग, रैश ड्राइविंग, नशे में गाड़ी चलाना, गलत साइड पर गाड़ी चलाना, लाल बत्ती जंप करना और मोबाइल फोन का उपयोग शामिल हैं। इन समस्याओं के समाधान के लिए सख्त नियमों का पालन, जागरूकता अभियानों और बेहतर सड़क सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है।
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