Report: Pratap Bhagel
मुरैना: छौंदा गांव में बोरवेल का पानी आंगन में जाने की बात पर बड़े भाई और उसके परिवार ने मजदूर पंजाब सिंह व उसके दो नाबालिग बेटों को बुरी तरह पीटा। थाने में भी सुनवाई नहीं हुई, जिसके बाद पीड़ित परिवार कलेक्टर के दरबार पहुंचा।
बोरवेल के पानी से शुरू हुआ विवाद
छौंदा गांव निवासी पंजाब सिंह बरैया ने अपने घर में पानी का बोर कराया था। बोर का पानी बड़े भाई रमेश बरैया के आंगन में चला गया। इसी बात पर विवाद बढ़ा और मारपीट की नौबत आ गई।
दबंगों का हमला, पिता को मरणासन्न किया
रमेश बरैया, उसके बेटों—रूपेश, संदीप, रंजीत—और पत्नी सुमन ने मिलकर पंजाब सिंह पर हमला कर दिया। लाठियों से इतनी पिटाई की गई कि वह मरणासन्न हो गया।
दोनों नाबालिग बेटों को भी बेरहमी से पीटा
पंजाब सिंह के बेटे प्रिंस उम्र 15 वर्ष और नितेश उम्र 12 वर्ष पर लेजम से वार किए गए। दोनों बच्चों के हाथ-पैर और पीठ पर सूजन व गंभीर चोटों के निशान उभर आए।
आरोपियों ने ही पुलिस बुलाकर अस्पताल भेजा
मारपीट के बाद आरोपियों ने पुलिस को फोन किया और घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान होश आने पर पंजाब सिंह परिवार सहित थाने पहुंचा।
थाने में भी नहीं सुनी फरियाद
पीड़ित पक्ष का आरोप है कि सिविल लाइन थाने में पुलिसकर्मियों ने उनकी शिकायत सुने बिना भगा दिया, जिसके बाद परिवार निराश होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंच गया।
कलेक्टर दरबार में लगाई न्याय की गुहार
थाने से निराश होकर पंजाब सिंह, उसकी पत्नी और नाबालिग बेटे कलेक्टर के दरबार पहुंचे और आरोपी परिवार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।





