BY: Yoganand Shrivastva
भोपाल: भोपाल में एक बड़ा ठगी कांड सामने आया है, जिसमें खुद को मंत्रालय का कर्मचारी बताने वाले व्यक्ति ने चुनाव आयोग और महिला एवं बाल विकास विभाग में नौकरी दिलाने का लालच देकर 20 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी ने पीड़ितों को फर्जी नियुक्ति पत्र तक सौंप दिए थे।
शिकायत और जांच:
मुरैना जिले के अंबाह निवासी किसान राजकुमार सिंह ने इस ठगी की शिकायत डीजीपी कार्यालय में की थी। जांच के बाद मामला भोपाल पुलिस को सौंपा गया, जिसके आधार पर क्राइम ब्रांच ने एफआईआर दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
कैसे रची गई साजिश:
फरवरी 2024 में मंत्रालय के बाहर राजकुमार सिंह की मुलाकात विजय शंकर मिश्रा नामक व्यक्ति से हुई। आरोपी ने खुद को मंत्रालय में कार्यरत बताया और राजकुमार को भरोसा दिलाया कि वह चुनाव आयोग और महिला बाल विकास विभाग में नौकरी लगवा सकता है।
दस्तावेज और रकम की वसूली:
आरोपी ने राजकुमार सिंह से उनके परिवार के सात सदस्यों के शैक्षणिक दस्तावेज लिए और कई किश्तों में कुल 20 लाख रुपये वसूल लिए।
फर्जी ज्वाइनिंग लेटर:
नौकरी की प्रक्रिया पूरी होने का झांसा देकर आरोपी ने सातों सदस्यों को फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिए, जिन पर एक ही तारीख में ज्वाइनिंग का उल्लेख था। जब सभी लोग संबंधित विभागों में पहुंचे तो वहां यह साफ हो गया कि पत्र जाली हैं।
आरोपी की गिरफ्तारी:
जांच में पता चला कि विजय शंकर मिश्रा खुद को मध्यप्रदेश जीडी कार्यालय में पदस्थ बताता था और एक वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारी को अपनी भाभी बताकर लोगों पर रौब जमाता था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।





