रिपोर्ट- सुमन, एडिट- विजय नंदन
जयपुर: गुलाबी नगरी के नाम से मशहूर राजस्थान की राजधानी जयपुर इन दिनों रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगा रही है। दीपावली पर्व की शुरुआत धनतेरस के साथ ही शहर का हर कोना रौनक और उमंग से भर गया है। चाहे पुरानी ऐतिहासिक हवेलियां हों या आधुनिक शोरूम, हर जगह दीपोत्सव की चमक नजर आ रही है।
संस्कृति और आधुनिकता का संगम
जयपुर की सड़कों पर इन दिनों दीपों और लाइटों की अनोखी छटा देखने को मिल रही है। शहर की पहचान बनी गुलाबी दीवारों पर रोशनी की सजावट ने मानो आसमान के सितारों को ज़मीन पर उतार दिया हो। व्यापारी संगठनों की ओर से इस बार “वोकल फॉर लोकल” संदेश के तहत स्वदेशी रोशनी और सजावट का विशेष इंतज़ाम किया गया है। शहरवासियों के साथ-साथ पर्यटक भी इन झिलमिलाती लाइटों को देखने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।

धनतेरस से भाई दूज तक रहेगा उत्सव का माहौल
गुलाबी नगरी में धनतेरस से दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज तक का पर्व विशेष उत्साह के साथ मनाया जाएगा। व्यापार मंडलों और स्थानीय बाजारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष सजावट की है। जौहरी बाजार, बापू बाजार, ट्रिपोलिया बाजार और एमआई रोड पर इस समय दीपों और लाइटों की जगमगाहट देखते ही बनती है।

विदेशी सैलानियों के लिए भी आकर्षण का केंद्र
धनतेरस और दीपावली के मौके पर जयपुर हर साल की तरह इस बार भी विदेशी सैलानियों से गुलजार है। विदेशी पर्यटक न केवल सजावट का आनंद ले रहे हैं, बल्कि राजस्थानी संस्कृति, पारंपरिक वस्त्र, हस्तशिल्प और भोजन का भी लुत्फ उठा रहे हैं। सैलानी इस अद्भुत दृश्य को अपने कैमरे में कैद कर अपने देशों तक जयपुर की रौनक पहुंचा रहे हैं।

शहर का हर कोना दीपोत्सव के स्वागत को तैयार
जयपुर की गलियों में रौशनी के साथ-साथ उत्सव का उल्लास भी साफ झलक रहा है। घरों और बाजारों में दीपक, बंदनवार, मिट्टी के दीये और पारंपरिक सजावट की बिक्री तेज़ी पर है। गुलाबी नगरी एक बार फिर यह संदेश दे रही है कि परंपरा और आधुनिकता का मेल ही भारतीय त्योहारों की सबसे बड़ी खूबसूरती है।





