रिपोर्ट: देवेन्द्र जायसवाल
इंदौर: मिलावट के खिलाफ जिला प्रशासन ने फिर एक बार कारवाइयां शुरू कर दी है। शहर में दो से तीन स्थानों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए खाद्य सामग्री के निर्माण स्थल को सील कर दिया गया है। साथ ही मौके पर बना रहे खाद्य सामग्री के सैंपल लेकर भोपाल की प्रयोगशाला में जांच के लिए भी भेजे गए हैं। प्रशासन ने एक गजक और कुल्फी के कारखाने पर कार्रवाई कर उनको सील कर दिया है।
मिलावट और अनियमितताओं पर आगे सख्त कार्रवाई की तैयारी
खाद्य औषधि प्रशासन के द्वारा सुमित गजक और कुल्फी पर कार्रवाई की गई है। बताया जा रहा है कि मौके पर मूंगफली के तेल और पाम तेल से गजक का निर्माण किया जा रहा था जब निर्माण को लेकर लाइसेंस मांगा गया तो लाइसेंस नहीं दिखाया गया। साथ ही जिस स्थान पर निर्माण हो रहा था वहां काफी गंदगी थी। इसके चलते मौके से खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए हैं तो वहीं खातीपुरा के निर्माण स्थल को भी सील कर दिया गया है। साथ ही गणभोग फ्रूट्स सहित मोती महल डीलक्स रेस्टोरेंट से भी खाद्य सामग्री के सैंपल लिए गए हैं। इन तमाम सैंपलों को भोपाल की प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद वैधानिक कार्रवाई की बात कही गई है। पूरे मामले में कलेक्टर शिवम वर्मा का कहना है कि आम जनता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लगातार कारवाइयां जिला प्रशासन की निगरानी में की जा रही है। फिलहाल मौका निरीक्षण किया गया है और कुछ सैंपल लिए गए हैं। लेब की जांच रिपोर्ट के आधार पर जो भी कार्रवाई होगी वह वैधानिक रूप से की जाएगी। साथ ही जो भी खाद्य सामग्री का निर्माण करते हैं वह पूर्ण रूप से लाइसेंस लेने के साथ ही साफ-सफाई का बेहतर ध्यान रखने की चेतावनी जारी की गई है।





