BY: MOHIT JAIN
एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने सोमवार को अपने विशाल स्टारशिप रॉकेट की 11वीं टेस्ट उड़ान सफलतापूर्वक पूरी की। यह रॉकेट अब तक का सबसे बड़ा और सबसे शक्तिशाली रॉकेट है। टेक्सास के स्टारबेस सेंटर से लॉन्च होकर स्टारशिप ने अंतरिक्ष में डमी स्टारलिंक सैटेलाइट्स छोड़े और मेक्सिको की खाड़ी में सुरक्षित लैंडिंग की।
मिशन की खास बातें

स्टारशिप रॉकेट के इस मिशन में सुपर हैवी बूस्टर ने उड़ान के 10 मिनट बाद ही सुरक्षित लैंडिंग की। रॉकेट ने अंतरिक्ष में लगभग एक घंटे तक उड़ान भरी और अपने सभी लक्ष्य पूरे किए। उड़ान के दौरान स्टारशिप ने पृथ्वी के आधे हिस्से का सफलतापूर्वक चक्कर लगाया और वायुमंडल में लौटते समय हिंद महासागर में सुरक्षित स्प्लैशडाउन किया।
इस उड़ान के दौरान इंजन को दोबारा चालू करने का सफल परीक्षण किया गया, जो भविष्य में चांद और मंगल मिशनों के लिए बहुत जरूरी माना जा रहा है। स्पेसएक्स ने बताया कि इस मिशन से प्राप्त डेटा अगले मॉडल को और बेहतर बनाने में मदद करेगा।
एलन मस्क का अगला लक्ष्य
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क का उद्देश्य मानवों को मंगल ग्रह तक पहुंचाना है। कंपनी ने फुल-स्केल स्टारशिप की 11वीं टेस्ट फ्लाइट पूरी की है। भविष्य में स्पेसएक्स स्टारशिप वर्जन-3 लॉन्च करने की तैयारी कर रही है, जो वर्तमान मॉडल से भी ज्यादा शक्तिशाली होगा। वर्जन-3 की ऊंचाई लगभग 408 फीट (124.4 मीटर) होगी, जबकि मस्क ने मई 2025 में फ्यूचर स्टारशिप वर्जन-4 की जानकारी दी थी, जिसकी ऊंचाई 466 फीट (142 मीटर) होगी और इसे 2027 में लॉन्च करने की योजना है।
सफलता से बढ़ा आत्मविश्वास

इस साल की शुरुआत में स्टारशिप के कई टेस्ट असफल रहे थे, लेकिन इस सफलता ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। स्पेसएक्स अब नासा के साथ मिलकर जल्द से जल्द अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की तैयारी कर रही है।
एलन मस्क और उनकी टीम के अनुसार, स्टारशिप की यह उड़ान अंतरिक्ष अभियानों में नए युग की शुरुआत का प्रतीक है और यह मिशन चांद और मंगल तक मानव मिशन के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा।
स्पेसएक्स की यह सफलता केवल कंपनी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी अंतरिक्ष तकनीक के क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है। स्टारशिप के जरिए अंतरिक्ष में इंसानी मिशन अब और सुलभ और सुरक्षित होने की उम्मीद है।