BY: Yoganand Shrivastva
पटना/नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में इन दिनों गर्मी बढ़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के अपमान का आरोप लगने के बाद अब इस मामले में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का कड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने लालू यादव पर दोहरी मानसिकता का आरोप लगाते हुए कहा कि “पिछड़ों की बात करना सिर्फ दिखावा है, हकीकत कुछ और है।”
“मन आहत है, देश नहीं करेगा माफ”
शिवराज सिंह चौहान ने लालू यादव पर नाराजगी जताते हुए कहा:
“लालू जी, आपको क्या हो गया है? आप जिन पिछड़े वर्गों की बात करते हैं, वो महज़ पाखंड लगता है। जिस बाबा साहेब ने भारत को संविधान दिया, जिन्होंने आरक्षण जैसी ऐतिहासिक व्यवस्था दी, उसी महान व्यक्ति की तस्वीर का आप अपमान करते हैं। यह कृत्य केवल तकलीफदेह ही नहीं, बल्कि आपके असली इरादों को भी सामने लाता है। न बिहार आपको माफ करेगा, न देश।”
विवाद की जड़: वायरल वीडियो
11 जून को लालू यादव के 78वें जन्मदिन के मौके पर एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस वीडियो में बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर लालू यादव के पैरों के पास ज़मीन पर रखी हुई दिख रही है, जबकि तस्वीर को उन्होंने न तो छुआ और न ही उठाया।
इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और एनडीए गठबंधन ने इसे “डॉ. अंबेडकर का अपमान” बताया है।
अनुसूचित जाति आयोग की सख्ती
इस विवाद के बाद बिहार राज्य अनुसूचित जाति आयोग ने लालू यादव को नोटिस भेजा है। आयोग ने उनसे 15 दिनों के भीतर जवाब मांगा है, और यह भी कहा है कि यदि समयसीमा में जवाब नहीं दिया गया, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
राजनीतिक मायने और प्रभाव
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब बिहार में राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। अंबेडकर की छवि को लेकर हो रहे इस विवाद का सीधा असर दलित और पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं पर पड़ सकता है, जो आने वाले चुनावों में निर्णायक भूमिका निभाते हैं।