रिपोर्ट: चन्द्रभान साहू, एडिट- विजय नंदन
नरहरपुर: देवउठनी एकादशी के पावन पर्व पर नरहरपुर क्षेत्र के दुधावा गाँव में आस्था और पारंपरिक उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला। गाँव के ग्रामीणों ने मिलकर पूरे रीति-रिवाजों के साथ तुलसी माता और भगवान शालिग्राम का विवाह धूमधाम से संपन्न कराया, जिससे पूरे गाँव में वास्तविक शादी जैसा माहौल बन गया। पारंपरिक आयोजन और निमंत्रण कार्ड, ग्रामीणों ने इस धार्मिक आयोजन को पूरी तरह से पारंपरिक विवाह का स्वरूप दिया।
गाँव वालों ने बाकायदा शादी के निमंत्रण कार्ड छपवाए और पूरे गाँव में वितरित कर सभी को विवाह में शामिल होने का न्यौता दिया। वर पक्ष (चि. शालिग्राम): पिता दिनेश मरकाम और माता मायावती मरकाम। कन्या पक्ष (सौ.क. तुलसी): पिता सहदेव नेताम और माता संगीता नेताम।

दुधावा गाँव में निकाली गई भव्य बारात
विवाह के दिन गाँव के सभी लोग उत्साह से भरे हुए थे। ढोल-नगाड़ों और मंगल गीतों के बीच भगवान शालिग्राम की बारात निकाली गई। नाचते-गाते हुए बाराती पूरे विधि-विधान के साथ विवाह स्थल पर पहुँचे और तुलसी-शालिग्राम का विवाह संपन्न कराया गया।
शाम को इस शुभ अवसर पर आशीर्वाद समारोह और प्रीतिभोज (सामुदायिक भोज) का भी आयोजन किया गया, जिसमें गाँव के सभी लोगों ने एकजुट होकर स्वादिष्ट भोजन का आनंद लिया। देवउठनी एकादशी पर दुधावा गाँव में आयोजित इस विवाह समारोह ने गाँव में श्रद्धा, भक्ति और सामुदायिक सौहार्द का एक सुंदर उदाहरण प्रस्तुत किया।





