ब्रिजवाटर के संस्थापक राय डालियो ने हाल ही में एक चौंकाने वाली बात कही है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की टैरिफ नीतियों और बढ़ते कर्ज के कारण वैश्विक आर्थिक व्यवस्था ध्वस्त हो सकती है। यह संकट मंदी से भी ज्यादा गंभीर होगा!
Contents
क्या है पूरा मामला?
1. ट्रम्प की टैरिफ नीतियाँ – समस्या या समाधान?
- डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन और अन्य देशों पर भारी टैरिफ लगाए हैं।
- उनका मकसद अमेरिकी उद्योगों को बचाना है, लेकिन डालियो के मुताबिक, यह नीति बेहद विघटनकारी है।
- अचानक टैरिफ बढ़ने-घटने से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल मची हुई है।
2. अमेरिका का बढ़ता कर्ज – एक बड़ा खतरा
- डालियो ने चेतावनी दी कि अमेरिका का कर्ज GDP के 3% से ज्यादा हो चुका है।
- अगर कर्ज पर कंट्रोल नहीं किया गया, तो बॉन्ड मार्केट में भारी उथल-पुथल होगी।
- यह संकट 2008 के मंदी और 1971 के गोल्ड स्टैंडर्ड खत्म होने से भी बड़ा हो सकता है!
3. “एकध्रुवीय दुनिया” की ओर बढ़ते कदम
- डालियो के मुताबिक, अमेरिका अब अंतरराष्ट्रीय सहयोग की जगह अपनी मर्जी चलाने लगा है।
- इससे चीन, रूस और अन्य देशों के साथ तनाव बढ़ रहा है।
- अगर यह टकराव बढ़ा, तो वैश्विक अर्थव्यवस्था ध्वस्त होने का खतरा है।
डालियो का समाधान क्या है?
- अमेरिका को चीन के साथ Win-Win डील करनी चाहिए – युआन को डॉलर के मुकाबले मजबूत करना होगा।
- कर्ज घटाना जरूरी – सरकार को खर्च कम करके घाटा GDP के 3% तक लाना चाहिए।
- वैश्विक सहयोग बढ़ाएँ – टकराव की जगह शांतिपूर्ण व्यापार समझौतों पर ध्यान देना होगा।
निष्कर्ष: क्या हम एक बड़े आर्थिक संकट की ओर बढ़ रहे हैं?
राय डालियो की चेतावनी गंभीर है। अगर अमेरिका और दूसरे देश टकराव की राह छोड़कर सहयोग नहीं करते, तो वैश्विक मुद्रा प्रणाली ध्वस्त हो सकती है। यह संकट सिर्फ मंदी नहीं, बल्कि पूरी आर्थिक व्यवस्था का पतन होगा!
क्या दुनिया के नेता इस खतरे को समझ पाएँगे? समय बताएगा…