ब्रिटेन दौरा समाप्त करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मालदीव पहुंचे, जहां उनका स्वागत बेहद भव्य और ऐतिहासिक अंदाज में हुआ। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू खुद उन्हें रिसीव करने एयरपोर्ट पहुंचे और अपने साथ पूरे कैबिनेट मंत्रियों की टीम को भी लेकर आए।
इस गर्मजोशी से भरे स्वागत ने चीन और पाकिस्तान की रणनीति को करारा झटका दिया है, जो भारत और मालदीव के रिश्तों में दरार लाने की कोशिशों में लगे थे।
माले एयरपोर्ट पर मिला प्रधानमंत्री मोदी को भव्य सम्मान
- राष्ट्रपति मुइज्जू खुद एयरपोर्ट पर मौजूद थे
- उनके साथ विदेश, रक्षा, वित्त और गृह सुरक्षा मंत्री भी थे
- पीएम मोदी का स्वागत पारंपरिक और कूटनीतिक दोनों ही स्तर पर हुआ
- यह दृश्य भारत-मालदीव संबंधों की गहराई को दर्शाता है
#WATCH | PM Narendra Modi lands in Male, Maldives, to a warm welcome by President Mohamed Muizzu, the country's Foreign Minister, Defence Minister, Finance Minister and Minister of Homeland Security. pic.twitter.com/blw3o0uonP
— ANI (@ANI) July 25, 2025
भारत की कूटनीति का असर: चीन और पाकिस्तान को तगड़ा झटका
पीएम मोदी का मालदीव में भव्य स्वागत केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि भारत की सफल विदेश नीति का परिणाम है।
- मुइज्जू पहले भारत विरोधी रुख के लिए जाने जाते थे
- चुनाव के दौरान उन्होंने भारत को बाहर निकालने की बात कही थी
- शुरुआत में उन्होंने चीन और पाकिस्तान से करीबी बढ़ाई
- भारत ने चतुर कूटनीति से मालदीव की अर्थव्यवस्था को सचेत किया
बदली सोच: मुइज्जू अब भारत के समर्थन में
जब मालदीव पर चीन का कर्जजाल भारी पड़ने लगा और पाकिस्तान कोई वास्तविक सहायता नहीं दे पाया, तब मुइज्जू को समझ आया कि उनका वास्तविक हितैषी भारत ही है।
- भारत ने फिर से मदद का हाथ बढ़ाया
- मालदीव में हादसे के दौरान भारत ने तत्काल मानवीय सहायता पहुंचाई
- पीएम मोदी की वर्तमान यात्रा से दोनों देशों के रिश्ते और प्रगाढ़ हुए हैं
स्वतंत्रता दिवस पर बना मुख्य अतिथि
मालदीव 26 जुलाई को अपना 60वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस खास अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
- यह निमंत्रण भारत और मालदीव के रिश्तों में फिर से विश्वास का संकेत है
- इससे पहले राष्ट्रपति मुइज्जू भारत की यात्रा कर चुके हैं
- अब पीएम मोदी का मालदीव दौरा दोनों देशों की साझा रणनीति को नई ऊंचाई देगा
मालदीव दौरे से मजबूत हुई भारत की पकड़
प्रधानमंत्री मोदी की मालदीव यात्रा केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं है, बल्कि यह दक्षिण एशिया में भारत की रणनीतिक स्थिति को और सुदृढ़ करने वाला कदम है। मुइज्जू के बदले रुख और भव्य स्वागत से भारत की कूटनीति की जीत साफ दिखाई देती है। आने वाले दिनों में यह साझेदारी क्षेत्रीय स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी