Indore: भारत रत्न एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के अवसर पर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर के तक्षशिला परिसर में आयोजित कार्यक्रम स्वास्थ्य संवर्धन, सकारात्मक सोच और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में सामने आया। यह आयोजन विश्वविद्यालय के कुलगुरु श्री राकेश सिंघई के नेतृत्व एवं कुलसचिव श्री प्रज्ज्वल खरे के प्रशासनिक मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास को समर्पित रहा।

कार्यक्रम के अंतर्गत विश्वविद्यालय परिसर में एक ओपन जिम का उद्घाटन किया गया, जिसे विशेष रूप से विश्वविद्यालय छात्रावास में निवासरत छात्राओं के लिए विकसित किया गया है। इस अवसर पर कुलगुरु श्री राकेश सिंघई ने बताया कि ओपन जिम का नामकरण विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा, खो-खो में गोल्ड मेडलिस्ट एवं अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित खिलाड़ी के नाम पर किया गया है, ताकि वर्तमान छात्राओं को खेल, स्वास्थ्य और आत्मविश्वास के लिए प्रेरणा मिल सके।
उद्घाटन समारोह में महू–इंदौर की विधायक सुश्री ऊषा ठाकुर, कुलगुरु श्री राकेश सिंघई, श्रीमती ज्योति सिंघाई, कुलसचिव श्री प्रज्ज्वल खरे, उप कुलसचिव सुश्री रचना ठाकुर, सहायक कुलसचिव श्री अनुराग द्विवेदी सहित विश्वविद्यालय के वरिष्ठ अधिकारी, कार्य परिषद सदस्य, शिक्षक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। विधायक ऊषा ठाकुर ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्य कुलगुरु की दूरदर्शी सोच और छात्राओं के शारीरिक, मानसिक एवं सामाजिक सशक्तिकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

कार्यक्रम के दौरान तक्षशिला परिसर में स्थित देवी अहिल्या जी, स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी एवं स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।
महिला शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति जन-जागरूकता के उद्देश्य से इसके पश्चात इंदौर से महू तक साइकिल रैली का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों तथा छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्य परिषद सदस्य डॉ. ए. के. द्विवेदी ने स्वयं साइकिल रैली में भाग लेकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
इस अवसर पर डॉ. ए. के. द्विवेदी ने स्वास्थ्य जागरूकता के संदर्भ में साइकिलिंग के लाभों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि नियमित साइकिल चलाने से घुटनों के दर्द, सूजन और जॉइंट डिस्प्लेसमेंट जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। यह व्यायाम जोड़ों पर अधिक दबाव डाले बिना मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी उचित मार्गदर्शन में लाभकारी हो सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि मोटापा नियंत्रित करने, हृदय स्वास्थ्य बेहतर बनाने, रक्त संचार को सुधारने और मानसिक तनाव कम करने में साइकिलिंग अत्यंत प्रभावी है। डॉ. द्विवेदी ने सभी आयु वर्ग के लोगों से दैनिक जीवन में साइकिलिंग अपनाने की अपील करते हुए इसे पर्यावरण के अनुकूल और स्वस्थ जीवन की दिशा में सशक्त कदम बताया।
समग्र रूप से यह आयोजन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में सकारात्मक नेतृत्व, सुशासन और छात्र-केंद्रित विकास की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। कुलगुरु श्री राकेश सिंघई एवं कुलसचिव श्री प्रज्ज्वल खरे के मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय निरंतर ऐसे प्रयास कर रहा है, जो शैक्षणिक उत्कृष्टता के साथ-साथ समाज में स्वास्थ्य, शिक्षा और नैतिक मूल्यों को भी सुदृढ़ कर रहे हैं।





