✈️ क्या हुआ था इंडिगो फ्लाइट में?
21 मई 2025 को, तृणमूल कांग्रेस (TMC) की पांच सदस्यीय टीम एक राजनीतिक यात्रा के तहत श्रीनगर जा रही थी। लेकिन ये सामान्य यात्रा कुछ ही पलों में डरावनी उड़ान में तब्दील हो गई। विमान जब श्रीनगर के पास पहुंचा, तब अचानक मौसम बिगड़ गया और ज़ोरदार टर्बुलेंस (हवा में झटके) शुरू हो गए।
राज्यसभा सांसद सागरिका घोष ने इस अनुभव को “near death experience” यानी “मौत के बेहद करीब का अनुभव” बताया।
🧑✈️ पायलट ने की इमरजेंसी डिक्लेयर
- इंडिगो की इस फ्लाइट में लगभग 200 यात्री सवार थे।
- जैसे ही टर्बुलेंस ने गंभीर रूप लिया, पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क कर आपातकाल की घोषणा कर दी।
- विमान के नाक (nose) में हल्का नुकसान होने की भी बात सामने आई है।
- हालांकि अंत में, विमान को सुरक्षित श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतार लिया गया।
😱 सागरिका घोष ने बताया कैसा था वो पल
TMC सांसद सागरिका घोष ने कहा:
“वो एक भयावह क्षण था। मुझे लगा अब ज़िंदगी खत्म हो गई है। लोग जोर-जोर से चिल्ला रहे थे, प्रार्थनाएं कर रहे थे, और पैनिक में थे।”
उन्होंने फ्लाइट के पायलट की बहादुरी और सूझ-बूझ की सराहना की, जिन्होंने इतने खराब मौसम में भी विमान को सुरक्षित लैंड कराया।
📹 सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
- फ्लाइट के अंदर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
- इसमें यात्री डर के मारे सीट बेल्ट कसकर बैठे हैं और प्रार्थना कर रहे हैं।
- विमान की स्थिति इतनी खराब थी कि लोग रोने लगे और भगवान को याद करने लगे।
🧳 किस मिशन पर थे TMC सांसद?
TMC की यह टीम जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, पुंछ और राजौरी जिलों के दौरे पर है। उनका उद्देश्य है:
- सीमावर्ती क्षेत्रों में हिंसा से प्रभावित नागरिकों से मिलना।
- हाल की आतंकी घटनाओं में मारे गए लोगों के परिवारों से संवेदना जताना।
- कश्मीर में राजनीतिक संवाद को मज़बूती देना।
🗣️ यूजर्स के सवाल जो इस घटना से जुड़े हो सकते हैं:
❓ क्या टर्बुलेंस के दौरान पायलट को इमरजेंसी घोषित करनी चाहिए?
हां, जब स्थिति यात्रियों की जान को खतरे में डाल रही हो, तो इमरजेंसी घोषित करना पूरी तरह उचित होता है।
❓ क्या इंडिगो फ्लाइट में ऐसी घटनाएं आम हैं?
नहीं, ऐसी घटनाएं बेहद दुर्लभ होती हैं। इंडिगो जैसी एयरलाइंस आमतौर पर सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करती हैं।
✍️ निष्कर्ष: सावधानी और सतर्कता से बची कई जानें
यह घटना हमें यह याद दिलाती है कि हवाई यात्रा जितनी आसान लगती है, उतनी ही जोखिम भरी भी हो सकती है, खासकर जब मौसम अनिश्चित हो। इस स्थिति में पायलट की प्रोफेशनल प्रतिक्रिया ने दर्जनों लोगों की जान बचाई।
TMC सांसदों का अनुभव उन सभी यात्रियों के लिए एक सबक है कि फ्लाइट में सुरक्षा निर्देशों का पालन करना कितना ज़रूरी है।