भारत सरकार ने तुर्की एयरलाइंस (Turkish Airlines) को सुरक्षा नियमों की अनदेखी के चलते कड़ी चेतावनी दी है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा किए गए विशेष निरीक्षण में खतरनाक लापरवाहियां सामने आई हैं, जिनमें बिना अनुमति विस्फोटक सामग्री का ले जाना और ग्राउंड हैंडलिंग में गंभीर खामियां शामिल हैं।
DGCA जांच में क्या सामने आया?
जांच का समय और स्थान:
DGCA ने 29 मई से 2 जून के बीच दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई और बेंगलुरु हवाई अड्डों पर तुर्की एयरलाइंस की यात्री और कार्गो उड़ानों की जांच की।
प्रमुख खामियां:
- विस्फोटक सामग्री बिना अनुमति के कार्गो विमान में पाई गई।
- अनाधिकारिक मार्शलर: बेंगलुरु एयरपोर्ट पर विमान संचालन करने वाले कर्मचारी के पास वैध योग्यता कार्ड नहीं था।
- मेंटेनेंस इंजीनियर की गैरहाजिरी: विमान की जांच तकनीशियन द्वारा की गई, जो नियमानुसार नहीं है।
- सेवा-स्तर समझौता नहीं: तुर्की एयरलाइंस और उसके ग्राउंड हैंडलिंग एजेंट के बीच कोई अनुबंध नहीं पाया गया।
- उपकरणों की निगरानी में लापरवाही: ट्रैकिंग और जवाबदेही का कोई प्रभावी सिस्टम नहीं था।
किस नियम का उल्लंघन किया गया?
भारत में खतरनाक वस्तुएं लाने-ले जाने के लिए DGCA से पूर्व अनुमति आवश्यक होती है।
- तुर्की एयरलाइंस ने न तो अनुमति ली और न ही इसे कार्गो डिक्लेरेशन में दर्शाया।
- यह उल्लंघन अंतरराष्ट्रीय नागरिक विमानन संगठन (ICAO) के सुरक्षा मानकों के खिलाफ है।
DGCA ने एयरलाइंस को सुधारात्मक कदम उठाने का आदेश दिया है और स्पष्ट किया है कि भविष्य में नियमों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
तुर्की एयरलाइंस पर क्या असर हो सकता है?
संभावित कार्रवाई:
- भारी जुर्माना
- उड़ानों पर प्रतिबंध
- ग्राउंड ऑपरेशंस में सख्त निगरानी
भारत सरकार ने कहा है कि वह तुर्की एयरलाइंस पर अब और कड़ी निगरानी रखेगी और यदि आवश्यक हुआ तो उड़ानों पर रोक भी लगाई जा सकती है।
राजनीतिक परिप्रेक्ष्य: तुर्की और पाकिस्तान की नजदीकी
यह मामला इसलिए भी संवेदनशील है क्योंकि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्की ने पाकिस्तान का खुलकर समर्थन किया था। इस घटनाक्रम को सुरक्षा के नजरिए से देखा जा रहा है और भारत सरकार यात्री सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं
भारत ने साफ कर दिया है कि हवाई सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। DGCA द्वारा की गई कार्रवाई न केवल तुर्की एयरलाइंस के लिए चेतावनी है, बल्कि अन्य अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस को भी यह संदेश देती है कि भारत हवाई सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है।