BY: Yoganand Shrivastva
विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिला महज 500 रुपये न मिलने के कारण अपनी जान देने की कोशिश करने लगी। महिला का कहना था कि उसका पति न तो घर खर्च के लिए पैसे दे रहा है और न ही उनकी बेटी के लिए। इसी परेशानी के चलते महिला ने आत्महत्या करने की कोशिश की, लेकिन समय रहते पुलिस ने उसे बचा लिया।
बिल्डिंग के छज्जे पर चढ़ी महिला, दी कूदने की धमकी
यह घटना विशाखापत्तनम के पीएम पालम स्थित वाईएसआर कॉलोनी की है। यहां सूरी नाम की महिला अचानक एक इमारत के छज्जे पर चढ़ गई और नीचे कूदने की धमकी देने लगी। स्थानीय लोग उसे समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वह किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थी। इसके बाद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
पति ने नहीं दिए पैसे, घर खर्च की भी चिंता
महिला ने बताया कि वह अपने पति वेंकटरमण की अनदेखी से परेशान थी। उसने पति से 500 रुपये मांगे थे, लेकिन उसने पैसे नहीं दिए। इतना ही नहीं, वह घर के खर्चों की भी जिम्मेदारी नहीं उठा रहा था और उनकी बेटी को भी आर्थिक सहायता नहीं दे रहा था। इस स्थिति से निराश होकर महिला ने इमारत की खिड़की पर चढ़कर आत्महत्या की कोशिश की।
एसआई भास्कर ने ऐसे बचाई महिला की जान
सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। महिला को समझाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वह लगातार कूदने की धमकी देती रही। पुलिस की महिला अधिकारियों ने भी उसे शांत कराने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
तभी, पुलिस अधिकारी एसआई भास्कर ने बहादुरी दिखाते हुए महिला को बचाने का जिम्मा उठाया। उन्होंने अपनी टीम से कहा कि वे उनके दोनों पैरों को मजबूती से पकड़ लें। इसके बाद वह खुद छत से झुककर महिला का हाथ पकड़ने की कोशिश करने लगे। महिला ने खुद को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन भास्कर ने उसे मजबूती से थाम लिया और धीरे-धीरे खींचकर सुरक्षित बचा लिया।
राहत की सांस ली लोगों ने
महिला को सही सलामत देखकर मौके पर मौजूद लोग राहत की सांस लेने लगे। इस बहादुरी भरे रेस्क्यू ऑपरेशन की हर तरफ तारीफ हो रही है। फिलहाल पुलिस महिला से बात कर रही है ताकि उसकी समस्याओं का हल निकाला जा सके और दोबारा वह ऐसा कोई कदम न उठाए।
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