रिपोर्टर: रतन कुमार मंडल
जामताड़ा के विद्यासागर स्थित सरस्वती शिशु विधा मंदिर में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शिक्षा, संस्कृति और समाजसेवा से जुड़े कई गणमान्य लोग शामिल हुए।
गुरु केवल शिक्षक नहीं, बल्कि जीवन के मार्गदर्शक – वीरेंद्र मंडल
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में भाजपा नेता और पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष वीरेंद्र मंडल ने भाग लिया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “गुरु केवल ज्ञान के स्रोत नहीं, बल्कि जीवन के पथप्रदर्शक होते हैं। समाज की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वह शिक्षा संस्थानों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करे, और मैं इस दिशा में पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हूं।”
विद्यालय की समस्याओं पर सौंपा गया ज्ञापन
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रधानाध्यापक श्री कृष्णकांत दुबे ने विद्यालय की समस्याओं से संबंधित एक प्रपत्र सौंपा। जनप्रतिनिधियों ने इन समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
सम्मान और सरोकार का संगम
इस अवसर पर पूर्व विधायक रणधीर कुमार सिंह, विद्यालय प्रबंधन समिति के सदस्य, शिक्षकगण, अभिभावक एवं अन्य सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर गुरुओं के सम्मान और शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का संकल्प दोहराया।
कार्यक्रम का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा को सम्मान देना और शिक्षण संस्थानों को सशक्त बनाना रहा, जो सामाजिक चेतना और सामूहिक प्रयासों का उत्कृष्ट उदाहरण बन गया।