क्षमा केवल एक नैतिक या आध्यात्मिक अवधारणा नहीं है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी हो सकती है। मनोवैज्ञानिक एवरेट वर्थिंगटन, पीएच.डी., जिन्होंने क्षमा पर लगभग एक दशक तक शोध किया, स्वयं एक दर्दनाक अनुभव से गुजरे जब उनकी माँ की एक गृह अतिक्रमण (होम इन्वेजन) के दौरान हत्या कर दी गई।
हालांकि पुलिस ने संदिग्ध की पहचान कर ली थी, लेकिन उसे कभी अभियोजन का सामना नहीं करना पड़ा। इस अन्याय के बावजूद, वर्थिंगटन ने क्षमा के महत्व को समझा और इसे अपनाने का निर्णय लिया। उनके अनुभव ने यह प्रमाणित किया कि क्षमा केवल मानसिक शांति ही नहीं देती, बल्कि यह तनाव, चिंता और क्रोध से भी मुक्ति दिलाकर शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होती है।
क्षमा के मानसिक और शारीरिक लाभ
- तनाव में कमी: क्षमा करने से तनाव हार्मोन, जैसे कि कोर्टिसोल का स्तर कम हो सकता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
- हृदय स्वास्थ्य में सुधार: शोध से पता चला है कि क्षमा करने वाले लोगों में ब्लड प्रेशर और हृदय गति नियंत्रित रहती है।
- मजबूत प्रतिरक्षा तंत्र: लगातार गुस्से और आक्रोश में रहने से इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जबकि क्षमा इसे मजबूत करती है।
- मनोवैज्ञानिक संतुलन: क्षमा अवसाद और चिंता को कम कर मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकती है।
वर्थिंगटन ने अपने व्यक्तिगत अनुभव के आधार पर एक “REACH” मॉडल विकसित किया, जो लोगों को क्षमा करने में मदद करता है। यह मॉडल Recall (याद करना), Empathize (सहानुभूति रखना), Altruistic Gift (निःस्वार्थ उपहार के रूप में क्षमा देना), Commit (प्रतिबद्ध रहना) और Hold onto forgiveness (क्षमा को बनाए रखना) जैसे चरणों पर आधारित है।