उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में जातिगत आधार पर हिंसा का गंभीर मामला सामने आया है। दादरपुर गांव में यादव समुदाय के एक भागवताचार्य को कथावाचन के दौरान ब्राह्मण समुदाय के कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा, उनका सिर मुंडवा दिया, हारमोनियम तोड़ा और उन्हें महिला के पैरों पर नाक रगड़ने को मजबूर किया। इस घटना का वीडियो सामने आते ही हड़कंप मच गया।
क्या है पूरा मामला?
बुकिंग के बाद जाति पर विवाद
कथावाचक मुकुट मणि सिंह यादव, कानपुर निवासी हैं, जो इटावा के राजा का बाग, जवाहरपुरा में रहते हैं। 21 जून से 27 जून तक दादरपुर गांव में भागवत कथा का आयोजन पप्पू बाबा ने करवाया था। पहले ही दिन भोजन के समय आयोजक ने कथावाचक की जाति पूछी और यादव होने पर आपत्ति जताई।
पप्पू बाबा ने कथावाचक से कहा:
“ब्राह्मणों के गांव में यादव कथा कैसे पढ़ सकता है?”
क्रूरता की हदें पार: जबरन नाक रगड़वाई, सामान छीना
कथावाचक का आरोप:
- आयोजक पप्पू बाबा के साथ अन्य आरोपियों ने कथावाचक और उनके साथी संत सिंह यादव के साथ मारपीट की।
- कथावाचक से महिला यजमान के पैरों पर नाक रगड़वाई गई।
- गांव के बच्चों और बुजुर्गों के सामने जूते-चप्पल पर माथा रगड़ने को मजबूर किया गया।
- ₹25,000 नकद और एक सोने की चेन छीन ली गई।
- हारमोनियम को भी तोड़ दिया गया।
- कथावाचक को साइकिल पंप से वाहन में हवा भरने को भी मजबूर किया गया।
वीडियो वायरल, चार गिरफ्तार
घटना का वीडियो सामने आने के बाद सपा सांसद जितेंद्र दोहरे ने कथावाचक के साथ SSP से मुलाकात की और कड़ी कार्रवाई की मांग की। SSP ब्रजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देश पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चार नामजद आरोपियों को गिरफ्तार किया:
| आरोपी का नाम | उम्र (वर्ष) | पिता का नाम |
|---|---|---|
| आशीष | 21 | राजीव कुमार |
| उत्तम | 19 | प्रदीप |
| प्रथम उर्फ मनु | 24 | सयश कुमार |
| निक्की | 30 | बृजेश |
कथावाचक की तहरीर में 50 अज्ञात नाम भी शामिल
पीड़ित कथावाचक मुकुट मणि ने सिर्फ नामजद लोगों के खिलाफ ही नहीं, बल्कि 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि गांव वालों ने भी इस क्रूरता में भाग लिया।
सपा सांसद का बयान: संसद तक जाएगा मुद्दा
सपा सांसद जितेंद्र दोहरे ने इस घटना को “अमानवीय और संविधान के खिलाफ” बताया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो यह मुद्दा संसद में उठाया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई और आश्वासन
SSP ब्रजेश श्रीवास्तव ने कहा:
“ऐसी घटनाएं किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
जातिगत भेदभाव पर उठे गंभीर सवाल
यह घटना न केवल एक व्यक्ति की बेइज्जती का मामला है, बल्कि हमारे समाज में गहराई तक बैठे जातिगत भेदभाव को उजागर करती है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर कितना प्रभावी कदम उठाता है।




