भारतीय डाक विभाग ने एक बड़ा फैसला लेते हुए 1 सितंबर 2025 से रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा को पूरी तरह बंद करने और इसे स्पीड पोस्ट में शामिल करने का निर्णय लिया है। यह कदम समय की मांग और आधुनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
यह बदलाव केवल एक सेवा का अंत नहीं, बल्कि लाखों भारतीयों के लिए एक युग का समापन भी है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
डाक विभाग ने रजिस्टर्ड पोस्ट को स्पीड पोस्ट में विलय करने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण बताए हैं:
- बेहतर ट्रैकिंग सुविधा उपलब्ध कराना
- परिचालन को सरल और सुव्यवस्थित बनाना
- ग्राहकों को तेज और विश्वसनीय सेवा प्रदान करना
- आधुनिक दौर की आवश्यकताओं को पूरा करना
हालांकि, इस बदलाव से लोगों की जेब पर असर पड़ सकता है, क्योंकि जहां रजिस्टर्ड पोस्ट एक सस्ती और भरोसेमंद सेवा थी, वहीं स्पीड पोस्ट अपेक्षाकृत महंगी है।
लोगों से जुड़ी यादें और महत्व
रजिस्टर्ड पोस्ट सिर्फ एक सेवा नहीं, बल्कि लाखों भारतीयों की भावनाओं का हिस्सा रही है।
- कभी नौकरी का प्रस्ताव,
- कभी सरकारी नोटिस,
- कभी बधाई पत्र या महत्वपूर्ण सूचना—
डाकिया जब रजिस्टर्ड पोस्ट लेकर दरवाजे पर पहुंचता था, तो वह खुशी और गम दोनों का संदेशवाहक बन जाता था।
जहां आज की पीढ़ी प्राइवेट कूरियर और डिजिटल सेवाओं पर निर्भर है, वहीं पुरानी पीढ़ी के लिए यह सेवा विश्वास और सुरक्षा का प्रतीक थी।
बदलाव की समयसीमा
- 31 जुलाई तक: सभी सरकारी विभागों, अदालतों और संस्थानों को अपने दिशा-निर्देश और दस्तावेजों में संशोधन करना होगा।
- 1 सितंबर से: रजिस्टर्ड पोस्ट और Registered Post with Acknowledgment Due (AD) को स्पीड पोस्ट में बदल दिया जाएगा।
- इसके साथ मानव संचालन प्रक्रियाओं, प्रशिक्षण सामग्री और तकनीकी दस्तावेजों को भी अपडेट किया जाएगा।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
रजिस्टर्ड पोस्ट सेवा की शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी। उस दौर में इसके माध्यम से भेजे गए पत्र और दस्तावेज अदालतों में साक्ष्य के रूप में स्वीकार किए जाते थे।
- सरकारी विभाग
- बैंक
- अदालतें
- शैक्षणिक संस्थान
सभी ने इस सेवा का लंबे समय तक भरोसे के साथ इस्तेमाल किया। यह सेवा दस्तावेजों की सुरक्षा, समय पर डिलीवरी और कानूनी मान्यता के लिए जानी जाती थी।
क्या यह बदलाव सही है?
बदलते समय और ई-कॉमर्स व प्राइवेट कूरियर सेवाओं की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए यह फैसला जरूरी माना जा रहा है।
फिर भी, यह बदलाव उन लाखों नागरिकों के लिए भावनात्मक झटका है, जिनके जीवन की कई अहम यादें रजिस्टर्ड पोस्ट से जुड़ी रही हैं।
भारतीय डाक विभाग का यह कदम तकनीकी प्रगति और आधुनिकता की ओर एक बड़ा कदम है।
हालांकि रजिस्टर्ड पोस्ट का बंद होना पुरानी पीढ़ी के लिए एक भावनात्मक क्षति है, लेकिन नई पीढ़ी के लिए यह बदलाव सुविधा और गति का प्रतीक होगा।