बिलासपुर, संवाददाता: प्रांशु क्षत्रिय
हरेली पर्व के दिन बिलासपुर जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया। सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम झलमला के पास तुंगन नाला में एक कार तेज बहाव में बह गई। इस कार में सवार मोहनलाल साहू और उनके परिवार के 9 लोग ग्राम उच्चभट्ठी से दर्शन कर लौट रहे थे।
बहाव में फंसी कार, परिवार ने खुद को बचाया
घटना के समय नाले में पानी का बहाव बेहद तेज था। कार नाले को पार करते समय संतुलन खो बैठी और बहने लगी। मोहनलाल साहू और अन्य परिजनों ने किसी तरह तैरकर जान बचाई, साथ ही कार में मौजूद चार बच्चों को भी सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
तीन वर्षीय तेजस बहा, नहीं मिला अब तक सुराग
हादसे के दौरान मोहनलाल का तीन साल का बेटा तेजस साहू बहाव में बह गया, जिसे तलाशने के लिए तुरंत SDRF और पुलिस की टीम को बुलाया गया। शुक्रवार सुबह से ही रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। लगभग चार घंटे की मशक्कत के बाद कार तो नाले से बाहर निकाल ली गई, लेकिन मासूम तेजस उसमें नहीं मिला।
इलाके में बाढ़ जैसे हालात, ग्रामीणों में रोष
बीते दो दिनों की लगातार बारिश से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया है। हादसे के बाद गांव के लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। ग्रामीणों ने कहा कि तुंगन नाला पर न तो कोई रेलिंग है, न ही कोई चेतावनी बोर्ड या ऊंचाई बढ़ाने का प्रयास किया गया। हादसों के बावजूद प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।
प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे घटनास्थल
हादसे की सूचना मिलने पर जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती सोनवानी, जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र धीवर, तहसीलदार सोनू अग्रवाल और थाना प्रभारी गोपाल सतपथी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर संवेदना जताई और हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
SDRF का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
फिलहाल SDRF और पुलिस की टीम नाले में तेजस की तलाश में जुटी हुई है। उम्मीद जताई जा रही है कि पानी का बहाव कम होते ही तेजस का सुराग मिल सकेगा।