कोलकाता की एक 24 वर्षीय लॉ स्टूडेंट के साथ कथित गैंगरेप के मामले में अब एक नया मोड़ सामने आया है। आरोपी मनोजित मिश्रा के वकील ने कोर्ट और मीडिया में कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। उनका कहना है कि अगर यह बलात्कार था, तो आरोपी के शरीर पर ‘लव बाइट्स’ कैसे पाए गए?
क्या है मामला?
- एक लॉ कॉलेज परिसर के अंदर 24 वर्षीय छात्रा के साथ कथित तौर पर रेप हुआ।
- इस मामले में मनोजित मिश्रा सहित तीन लोग गिरफ्तार किए गए हैं।
- मनोजित पूर्व टीएमसी छात्र नेता रह चुके हैं।
वकील का दावा: ‘लव बाइट्स’ थे, न कि सिर्फ खरोंचें
मनोजित मिश्रा के वकील, राजू गांगुली, ने मीडिया से बातचीत में कहा:
“प्रोसिक्यूशन सिर्फ ये कह रहा है कि आरोपी के शरीर पर खरोंच के निशान हैं। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वहां लव बाइट्स भी पाए गए हैं। अगर यह बलात्कार था, तो लव बाइट्स कैसे हो सकते हैं?”
गांगुली के अनुसार, इन ‘लव बाइट्स’ से यह साबित होता है कि मामला एकतरफा नहीं था और इसमें सहमति का एंगल हो सकता है।
मेडिकल रिपोर्ट का क्या कहती है?
- मेडिकल जांच में आरोपी के शरीर पर खरोंचों के निशान पाए गए हैं।
- यह संकेत देता है कि पीड़िता ने विरोध किया था।
- लेकिन वकील ने दावा किया कि ‘लव बाइट्स’ को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया।
कथित साजिश की बात
वकील ने पीड़िता की कहानी में कई विरोधाभास होने का दावा किया और कहा कि यह सब एक ‘साजिश’ के तहत किया गया है।
उन्होंने सवाल उठाया:
- क्या पीड़िता का मोबाइल जब्त किया गया?
- क्या फोरेंसिक जांच की गई?
- क्या कॉल डिटेल्स निकाली गईं?
उनका कहना है कि केस की सच्चाई इन बातों पर निर्भर करती है, जिन्हें अभी तक सामने नहीं लाया गया।
मामले का महत्व और आगे की राह
यह मामला अब एक गंभीर बहस का कारण बन गया है—क्या यह वाकई जबरन रेप था या इसमें आपसी सहमति का कोई पहलू था? पुलिस और अदालत को अब सबूतों और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर निष्पक्ष जांच करनी होगी।
कोलकाता लॉ स्टूडेंट रेप केस में आरोपी पक्ष ने ‘लव बाइट्स’ के दावे के जरिए बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। अब यह देखना जरूरी है कि अदालत इन दावों और मेडिकल रिपोर्ट्स को किस तरह से तौलती है और पीड़िता की सुरक्षा के साथ-साथ आरोपी के अधिकारों की भी रक्षा कैसे होती है।





