रिपोर्टर: कुशल चोपड़ा
क्या हुआ?
नक्सलियों द्वारा रास्ते में लगाए गए एक IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) के चलते सीआरपीएफ 229 बटालियन के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना मंगलवार शाम की बताई जा रही है, जब सुरक्षाबल उस मार्ग पर भारी अभियान चला रहे थे।
घायलों का हाल:
दोनों जवानों को प्राथमिक उपचार के बाद मुर्दोण्डा कैंप से बीजापुर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।
संदर्भ और क्षेत्र की सुरक्षा
- यह विस्फोट उसी क्षेत्र का है जहाँ जरगांव–दंतेवाड़ा सीमा पर हाल ही में एक नक्सली मुठभेड़ हुई थी, जिसमें एक नक्सली मारा गया।
- मंगलवार को दिन में ही बीजापुर में तीन ग्रामीण IED ब्लास्ट की चपेट में आने से घायल हुए थे, जो नक्सली साजिश का हिस्सा था।
- आज देर शाम आई तीन जवानों की IED विस्फोट की ख़बर ने इसी क्रम को आगे बढ़ाया।
सुरक्षा चुनौतियाँ और प्रतिक्रिया
- यह स्पष्ट दिखाता है कि नक्सली बीजापुर-गरियाबंद कटाक्षेत्र को आक्रमण के केंद्र के रूप में उपयोग कर रहे हैं।
- CRPF 229 बटालियन गश्ती अभियान पर थीं और IED अटैक उनकी ** बिना सूचना ग्रिड पर घटित** हुआ।
- बीजापुर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में IED रोधी ड्रोन निगरानी और फोरेंसिक व डॉग स्क्वाड सक्रिय कर दी गई है।
अगला कदम
- घायलों का चिकित्स उपचार जारी है, प्राथमिक जानकारी के अनुसार दोनों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
- सर्च ऑपरेशन और अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाई गई है, ताकि इलाके को साफ किया जा सके। प्रशासन स्थानीय लोगों से सतर्कता बनाए रखने की अपील कर रहा है।
- गहराई से जांच जारी है, विस्फोट के साक्ष्यों को इकट्ठा किया जा रहा है, ताकि आगे की कार्रवाई नक्सली नेटवर्क तक पहुंच सके।