रिपोर्टर: सुधेश पांडेय
मुंगेली जिले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ACB) द्वारा चलाए जा रहे भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की नवीन सफलता सामने आई है—बीएमओ कार्यालय में कार्यरत एक अकाउंटेंट को ₹54,000 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया।
मामला और शिकायत
- शिकायतकर्ता ललित सोनवानी (ग्राम फंदवानी निवासी) ने ACB की बिलासपुर इकाई में आरोप लगाया था कि सेवानिवृत्ति के बाद ग्रेच्युटी एवं अन्य राशि निकलवाने के लिए उन्होंने अकाउंटेंट बृजेश सोनवानी से ₹61,000 की अवैध मांग की।
- मामले की पड़ताल में पता चला कि बृजेश ने ₹7,000 रिश्वत पहले ही ले लिए थे, और शेष ₹54,000 पिता लेने की योजना बना रहे थे।
- शिकायत सत्य पाए जाने पर ACB ने ट्रैप की व्यवस्था की।
रंगे हाथों गिरफ्तारी
- आज शिकायतकर्ता द्वारा ₹54,000 बचे हुए राशि तखतपुर के रियांश होटल के पास स्थित ढाबे में अकाउंटेंट को देते समय ले जाती हुई ACB की टीम ने हमला कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
- पुलिस ने मौके से रिश्वत की धनराशि जब्त की और आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत कार्यवाही शुरू की।
ACB की समेकित कार्रवाई
- मुंगेली में पिछले छह महीनों में ACB ने पटवारी, ASI, प्राचार्य, बाबू, JE और अकाउंटेंट जैसी सरकारी अफसरशाही पर लगातार कार्रवाई की है। इनमें से कई को पैसे लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था।
- ACB का मकसद भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करना और सरकारी कार्यों में पारदर्शिता लाना है।