इजरायल और ईरान के बीच जब युद्धविराम की खबर आई, तो दुनिया ने राहत की सांस ली। लेकिन दूसरी ओर, रूस ने यूक्रेन पर अपने हमले और भी ज्यादा तेज़ कर दिए हैं। भीषण बमबारी और ड्रोन हमलों से यूक्रेन के कई शहर दहल उठे हैं।
मिसाइल, ड्रोन और तोपों से हुआ हमला
रूसी सेना ने बीते 24 घंटों में यूक्रेन के कई शहरों को निशाना बनाते हुए जबरदस्त हमला बोला।
इस हमले में:
- 24 नागरिकों की मौत हो चुकी है
- करीब 200 लोग घायल हुए हैं
- हमले में ड्रोन, मिसाइल और भारी तोपों का इस्तेमाल हुआ
यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक, रूस ने जानबूझकर रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे नागरिकों की जान पर बन आई।
जेलेंस्की की गुहार: हमें चाहिए पक्की सैन्य मदद
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से अपील की है कि वे यूक्रेन को सैन्य सहायता की स्पष्ट गारंटी दें।
उन्होंने कहा:
“रूसी हमले अब और खतरनाक हो चुके हैं, हमें पश्चिमी सहयोगियों से ठोस और लगातार मदद चाहिए।”
युद्ध के 4 साल में भारी नुकसान:
- 12,000 से अधिक नागरिकों की मौत (UN रिपोर्ट)
- लाखों लोग बेघर
- यूक्रेन की बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, और अस्पताल बुरी तरह प्रभावित
शांति वार्ता फिर असफल, समझौता अधर में
हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच शांति वार्ता हुई थी, लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल पाया।
वहीं, राष्ट्रपति जेलेंस्की नीदरलैंड के हेग में नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं, जहां वे और ज्यादा सैन्य सहायता की मांग करेंगे।
यूक्रेन की जवाबी कार्रवाई
रूस के हमलों के जवाब में यूक्रेन ने भी लॉन्ग-रेंज ड्रोन अटैक किए हैं।
इन हमलों में:
- रूस के रिहायशी इलाकों और सैन्य अड्डों को निशाना बनाया गया
- यह प्रतिक्रिया भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर चिंता का विषय बन गई है
जहां एक ओर पश्चिम एशिया में इजरायल और ईरान के बीच तनाव कुछ हद तक थमा है, वहीं यूरोप में रूस और यूक्रेन की जंग ने नया मोड़ ले लिया है। पुतिन की सेना द्वारा किए गए ताजा हमले यह संकेत देते हैं कि यह संघर्ष अभी और लंबा खिंच सकता है।





