5 जून 2025 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना 53वां जन्मदिन मनाया। इस मौके पर देश के प्रमुख नेताओं ने उन्हें बधाई दी और उनके नेतृत्व की सराहना की। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। वे 2017 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और 2022 में दूसरी बार शपथ ली।
प्रमुख नेताओं ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:
“योगी आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। हाल के वर्षों में उन्होंने उत्तर प्रदेश को विकास की नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है। ईश्वर उन्हें उत्तम स्वास्थ्य और दीर्घायु प्रदान करें।”
गृह मंत्री अमित शाह
“योगी जी ने डबल इंजन सरकार के ज़रिए गरीब कल्याण और विकास को जन-जन तक पहुँचाया है। ईश्वर से आपके उत्तम स्वास्थ्य और सुदीर्घ जीवन की कामना करता हूँ।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
“उत्तर प्रदेश के ऊर्जावान मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई। वे निरंतर राज्य के समग्र विकास और जन कल्याण के लिए समर्पित हैं।”
विपक्ष के नेता भी आए साथ
मायावती (बसपा सुप्रीमो)
“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की हार्दिक बधाई एवं दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं।”
डिप्टी सीएम की शुभकामनाएं
- ब्रजेश पाठक: “मुख्यमंत्री जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं।”
- केशव प्रसाद मौर्य: “प्रभु श्रीराम से आपके उत्तम स्वास्थ्य, दीर्घायु एवं निरंतर यश की प्रार्थना करता हूँ।”
जन्मदिन पर अयोध्या में दर्शन और पूजन
मुख्यमंत्री योगी ने अपने जन्मदिन पर अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। वे राम दरबार की स्थापना पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि भी रहे, जहाँ उन्होंने जनसमुदाय को संबोधित किया और राज्य की सांस्कृतिक विरासत के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
पर्यावरण दिवस पर पौधारोपण
योगी आदित्यनाथ ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर बिल्व (बेल) का पौधा लगाया। इस दौरान उन्होंने कहा:
“पर्यावरण की रक्षा हमारा नैतिक और सामाजिक कर्तव्य है।”
अन्य उपस्थित नेता:
- वन राज्यमंत्री डॉ. अरुण कुमार सक्सेना
- वन राज्यमंत्री केपी मलिक
दोनों नेताओं ने मुख्यमंत्री को जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीं और स्मृति चिह्न भेंट किया।
योगी आदित्यनाथ का 53वां जन्मदिन सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि एक जन भागीदारी और सामाजिक संदेश का अवसर बना। रामलला के दर्शन से लेकर पर्यावरण के प्रति संदेश तक, यह दिन उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक बन गया।