प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय बिहार दौरे पर हैं, जहां इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इस मौके पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेताओं को सख्त और साफ संदेश दिया है। अपने भाषण में उन्होंने परिवारवाद, जमींदारी मानसिकता, और बूथ स्तर पर कमजोर संगठन पर खुलकर बात की।
पीएम मोदी ने कहा, “बेटा-बेटी मत करो, कार्यकर्ताओं को भी आगे लाओ।” इस नसीहत के साथ उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी अब केवल नेताओं के परिवारों के इर्द-गिर्द नहीं घूमेगी।
🔷 चुनाव जीतना है? तो बूथ मजबूत करो
प्रधानमंत्री मोदी ने BJP नेताओं को स्पष्ट कर दिया कि अगर पार्टी को चुनाव में जीत हासिल करनी है, तो बूथ स्तर पर संगठन मजबूत करना होगा।
उन्होंने कहा:
- “जब तक बूथ मजबूत नहीं होगा, तब तक जीत की उम्मीद मत रखिए।”
- “राजनीति में अब परिवारवाद और वंशवाद की जगह नहीं है।”
🔷 “कार्यकर्ताओं को क्यों नहीं मिलता मेहनत का फल?”
प्रधानमंत्री ने नेताओं से सवाल करते हुए कहा:
“अगर आपने काम नहीं किया तो आपके बेटे-बेटी को टिकट क्यों मिले? मेहनत तो कार्यकर्ता करता है, तो फिर फल भी उसे ही मिलना चाहिए।”
यह संदेश उन नेताओं के लिए था जो टिकट वितरण में परिवारवाद को प्राथमिकता देते हैं।
🔷 पीएम मोदी की स्पष्ट शर्तें: टिकट चाहिए तो दिखाओ ताकत
BJP से टिकट पाने की चाह रखने वाले नेताओं के लिए पीएम मोदी ने कुछ अहम शर्तें भी रखीं:
- सोशल मीडिया पर कम से कम 50,000 फॉलोअर्स होने चाहिए
- सरकार के अच्छे कार्यों को जनता के बीच प्रचारित करना होगा
- “मन की बात” कार्यक्रम को सभी बूथों पर सुनाना सुनिश्चित करें
🔷 बीजेपी की पूंजी है “धैर्य”: मोदी
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि बीजेपी यहां तक पूर्वजों के बलिदान की वजह से पहुंची है। उन्होंने कहा:
“चार पीढ़ियों की मेहनत के बाद आज भाजपा दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। धैर्य और समर्पण ही पार्टी की सबसे बड़ी पूंजी है।”
उन्होंने नेताओं को पार्टी के प्रति निष्ठावान रहने और फ्लिप-फ्लॉप राजनीति से बचने की सलाह दी।
🔷 परिवारवाद और जमींदारी मानसिकता पर तीखा प्रहार
पीएम मोदी ने कहा:
- “राजनीति में जमींदारी नहीं होनी चाहिए।”
- “ऐसा नहीं कि आप नहीं तो आपके पुत्र-पुत्री को ही मौका मिले।”
- “BJP कार्यकर्ता आधारित पार्टी है, न कि परिवार आधारित।”
यह बयान सीधे तौर पर उन नेताओं के लिए था जो राजनीति को पारिवारिक संपत्ति समझते हैं।
🔷 सोशल मीडिया की ताकत का उपयोग करें
प्रधानमंत्री ने बीजेपी नेताओं को यह भी कहा कि आज के समय में डिजिटल उपस्थिति बेहद जरूरी है।
उन्होंने कहा:
- “सोशल मीडिया पर एक्टिव रहें।”
- “पार्टी और सरकार के कार्यों को जनता तक सही तरीके से पहुंचाएं।”
- “देश में आतंकवाद के खिलाफ जो एक्शन लिया गया है, उसे लोगों को बताएं।”
🔷 निष्कर्ष: चुनाव जीतने की असली रणनीति
पीएम मोदी का यह दौरा न सिर्फ BJP के भीतर संगठनात्मक बदलाव की तैयारी को दिखाता है, बल्कि यह भी साफ करता है कि अब पार्टी परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देगी।
चुनाव जीतने के लिए:
- बूथ को मजबूत करें
- सोशल मीडिया पर ताकत दिखाएं
- परिवारवाद से ऊपर उठकर कार्यकर्ता को सम्मान दें