BY: Yoganand Shrivastva
ओडिशा के चर्चित आरडब्ल्यू विभाग के चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी के खिलाफ विजिलेंस विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई की है। भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई इस छापेमारी में ₹2.1 करोड़ से अधिक की नकदी बरामद की गई है। लेकिन सबसे चौंकाने वाला दृश्य तब सामने आया जब इंजीनियर खुद ₹500-₹500 की नोटों की गड्डियां खिड़की से बाहर फेंकते नजर आए, जिसका वीडियो भी अब वायरल हो चुका है।
किन ठिकानों पर मारी गई रेड?
विजिलेंस टीम ने एक साथ 7 लोकेशनों पर छापेमारी की। ये सभी जगहें बैकुंठ नाथ सारंगी से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हैं:
- करदगड़िया, अंगुल में दो मंजिला निजी मकान
- PDN एक्सोटिका अपार्टमेंट, डुमडुमा (भुवनेश्वर)
- सिउला गांव, पिपिली (पुरी) में फ्लैट
- शिक्षकपाड़ा, अंगुल में रिश्तेदार का घर
- लोकेईपासी गांव, अंगुल – पैतृक संपत्ति
- मटियासाही, अंगुल – दो मंजिला पुश्तैनी मकान
- भुवनेश्वर में मुख्य अभियंता कार्यालय का चेम्बर
कितनी नकदी बरामद हुई?
अब तक हुई तलाशी में दो ठिकानों से भारी मात्रा में नकदी मिली:
- भुवनेश्वर के फ्लैट से ₹1 करोड़ कैश
- अंगुल के मकान से ₹1.1 करोड़ नकद
नकदी इतनी ज्यादा थी कि गिनती के लिए मशीनें मंगाई गई हैं और नोटों की गिनती अब भी जारी है।
खिड़की से फेंके गए नोटों के बंडल – वायरल हुआ वीडियो
रेड के दौरान चीफ इंजीनियर बैकुंठ नाथ सारंगी ने विजिलेंस टीम को देख कर घबराहट में ₹500 के नोटों की गड्डियां खिड़की से बाहर फेंक दीं।
गनीमत रही कि विजिलेंस टीम ने मौके पर मौजूद गवाहों की मौजूदगी में इन गड्डियों को जब्त कर लिया।
इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे इस पूरे मामले को लेकर जनता में गुस्सा और सरकार पर दबाव भी बढ़ गया है।
जांच में क्या-क्या हो रहा है शामिल?
विजिलेंस विभाग ने अपनी जांच को कई स्तरों पर फैलाया है, जिसमें शामिल हैं:
- बैंक खातों की जांच
- संपत्ति और निवेश का मूल्यांकन
- रिश्तेदारों के नाम पर मौजूद प्रॉपर्टीज का सत्यापन
- ऑफिस फाइल्स और दस्तावेज़ों की जांच
इस पूरी कार्रवाई का उद्देश्य है ये जानना कि इतनी बड़ी रकम कहां से और कैसे अर्जित की गई। सूत्रों के मुताबिक जांच में और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है।
ओडिशा सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का बड़ा उदाहरण
यह छापेमारी ओडिशा सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त नीति का एक अहम हिस्सा है। सरकार का दावा है कि वह किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी।
विजिलेंस विभाग ने साफ किया है कि यह कार्रवाई अभी जारी है और अंतिम रिपोर्ट के बाद और भी आरोपियों पर शिकंजा कसा जा सकता है।