Mohit Jain
ISRO: आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से बुधवार सुबह भारत का सबसे भारी रॉकेट एलवीएम3-एम6 सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। इस मिशन के तहत इसरो ने अमेरिकी कंपनी एएसटी स्पेसमोबाइल के ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 कम्युनिकेशन सैटेलाइट को पृथ्वी की निम्न कक्षा में स्थापित किया। यह 6100 किलोग्राम वजनी उपग्रह अब तक एलईओ में भेजा गया इसरो का सबसे भारी पेलोड है और इसे वाणिज्यिक समझौते के तहत प्रक्षेपित किया गया है।
ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 एक अगली पीढ़ी का संचार उपग्रह है, जिसे दुनिया भर में सीधे स्मार्टफोन तक हाई-स्पीड सेल्युलर ब्रॉडबैंड सेवा देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस तकनीक के जरिए 4जी और 5जी वॉयस कॉल, वीडियो कॉल, मैसेजिंग और डेटा सेवाएं बिना मोबाइल टावर के किसी भी स्थान पर उपलब्ध कराई जा सकेंगी। इस सफल लॉन्च के साथ इसरो ने न सिर्फ अपने भारी प्रक्षेपण यान की क्षमता साबित की है, बल्कि वैश्विक कमर्शियल सैटेलाइट लॉन्च बाजार में भी अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है।
#WATCH | Sriharikota, Andhra Pradesh | ISRO's LVM3 M6 mission lifts off from the Satish Dhawan Space Centre, carrying the BlueBird Block-2 satellite into orbit, as part of a commercial deal with U.S.-based AST SpaceMobile.
— ANI (@ANI) December 24, 2025
The mission will deploy the next-generation… pic.twitter.com/VceVBLOU5n
प्रधानमंत्री मोदी ने LVM3-M6 मिशन की सफलता पर दी बधाई
उन्होंने लिखा, “भारत ने अंतरिक्ष में एक बड़ी छलांग लगाई है। LVM3-M6 मिशन की सफलता के साथ भारत ने अपनी धरती से अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट लॉन्च किया है। अमेरिका का ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 सैटेलाइट अपनी निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया गया है। यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, “यह सफलता भारी सैटेलाइट लॉन्च करने की भारत की क्षमता को और मजबूत करती है और वैश्विक व्यावसायिक प्रक्षेपण बाजार में भारत की बढ़ती भूमिका को दर्शाती है। यह उपलब्धि ‘आत्मनिर्भर भारत’ के प्रयासों का प्रमाण है। मैं हमारे मेहनती अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को हार्दिक बधाई देता हूं। भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में लगातार नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”
Powered by India’s youth, our space programme is getting more advanced and impactful.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 24, 2025
With LVM3 demonstrating reliable heavy-lift performance, we are strengthening the foundations for future missions such as Gaganyaan, expanding commercial launch services and deepening global… pic.twitter.com/f53SiUXyZr
अब तक का सबसे भारी एलईओ सैटेलाइट
इसरो ने बताया कि 6,100 किलोग्राम वजनी ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 पृथ्वी की निम्न कक्षा (एलईओ) में स्थापित किया जाने वाला एलवीएम3 रॉकेट का अब तक का सबसे भारी पेलोड है। इससे पहले यह रिकॉर्ड 4,400 किलोग्राम वजनी कम्यूनिकेशन सैटेलाइट-03 के नाम था, जिसे नवंबर में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
क्यों खास है ब्लूबर्ड ब्लॉक-2 मिशन
यह मिशन न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) और अमेरिका की एएसटी स्पेसमोबाइल के बीच हुए वाणिज्यिक समझौते के तहत किया जा रहा है। यह अगली पीढ़ी का कम्यूनिकेशन सैटेलाइट है, जिसे सीधे स्मार्टफोन को हाई-स्पीड सेल्यूलर ब्रॉडबैंड सेवा देने के लिए डिजाइन किया गया है।
Launch Day for #LVM3M6.
— ISRO (@isro) December 24, 2025
LVM3-M6 lifts off today at 08:55:30 IST with BlueBird Block-2 from SDSC SHAR.
Youtube Livestreaming link:https://t.co/FMYCs31L3j
🕗 08:25 IST onwards
For More information Visit:https://t.co/PBYwLU4Ogy
#LVM3M6 #BlueBirdBlock2 #ISRO #NSIL pic.twitter.com/5q3RfttHZh
इस सैटेलाइट के जरिए दुनिया के किसी भी कोने में 4जी और 5जी वॉयस कॉल, वीडियो कॉल, मैसेजिंग, स्ट्रीमिंग और डेटा सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी, वह भी बिना किसी ग्राउंड टावर के।
एलवीएम3 रॉकेट की ताकत
इसरो के मुताबिक 43.5 मीटर ऊंचा एलवीएम3 तीन चरणों वाला रॉकेट है, जिसमें शक्तिशाली क्रायोजेनिक इंजन लगाया गया है। इसे इसरो के लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर ने विकसित किया है। भारी पेलोड को अंतरिक्ष में पहुंचाने के लिए इसमें दो एस200 ठोस रॉकेट बूस्टर लगाए गए हैं।
लॉन्च से पहले पूजा-अर्चना
मिशन की सफलता के लिए इसरो प्रमुख वी. नारायणन ने 22 दिसंबर को तिरुमला में भगवान श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना भी की थी।

भविष्य की बड़ी योजना
एएसटी स्पेसमोबाइल इससे पहले सितंबर 2024 में ब्लूबर्ड-1 से ब्लूबर्ड-5 तक उपग्रह लॉन्च कर चुका है। कंपनी दुनिया भर में मोबाइल कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए और सैटेलाइट लॉन्च करने की योजना बना रही है और 50 से अधिक मोबाइल ऑपरेटरों के साथ साझेदारी कर चुकी है।
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