संवाददाता: प्रताप सिंह बघेल
Murena news: कड़ाके की ठंड से मुरैना में जन-जीवन अस्त-ब्यस्त हो गया। पिछले 4 दिन से चल रही शीत लहर से सब कुछ जम सा गया है। न्यूनतम पारा लुढ़ककर 10 डिग्री सेल्सियस पर आ गया है। घने कोहरे ने आज सुबह पूरे शहर को अपनी आगोश में ले लिया। इससे कुछ समय के लिए हाईवे पर वाहनों के पहिये थम गए। सुबह साढ़े नौ बजे से सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए। तीखी सर्दी का सबसे अधिक असर स्कूली छात्रों तथा मजदूर वर्ग पर पड़ रहा है। सर्दी की बजह से मजदूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल सर्दी से कोई राहत मिलने वाली नहीं है। आगामी दो दिन में पारा 3 डिग्री नीचे लुढ़कने की संभावना है। यह सर्दी किसानों के लिए फायदेमंद है। इससे रवी फसल की बंपर पैदावार होगी।
जानकारी के अनुसार रविवार की दोपहर से ही आसमान में बादल छाने लगे थे। शाम होते-होते घने कोहरे के साथ तीखी सर्दी पड़ने लगी। जैसे-जैसे रात गहराती गई, कोहरा भी बढ़ता गया। सुबह 5 बजे लोगों की आंख खुली तो घर के बाहर अंधेरा छाया हुआ था। घने कोहरे की बजह से बाहर कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। इसलिए घने कोहरे को देखकर लोग पुनः रजाइयों में घुस गए। इस दौरान सड़को पर भी कोई वाहन नजर नहीं आ रहा था। सुबह 9 बजे के बाद धीरे-धीरे कोहरे का असर कम होने लगा तो वाहन भी सड़को पर चलना शुरू हो गए। आसमान में बादल घिरने के कारण दोपहर 2 बजे तक सूर्य नारायण ने भी दर्शन नहीं दिए। दोपहर ढाई बजे के बाद धूप निकलते ही लोगों ने राहत की सांस ली। यहां उल्लेखनीय है कि, मुरैना में पिछले 4 दिन से कोहरे के साथ कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। इस दौरान न्यूनतम तापमान भी 6-7 डिग्री नीचे लुढ़क गया है। आज न्यूनतम तापमान 10 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। तीखी सर्दी की बजह से स्कूली छात्रों को काफी परेशानी हो रही है। खासकर कक्षा 1 से लेकर 8 वी क्लास तक के बच्चे सर्दी की बजह से स्चूल नहीं जा पा रहे है। इसके अलावा काम की तलाश में दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रो से आने वाले मजदूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा है।
मौसम विज्ञानी डॉ. हारवेंद्र सिंह के अनुसार वैसे तो कड़ाके की सर्दी जनबरी के महीने में शुरू होती है, लेकिन इस बार 10 दिन पहले ही सर्दी पड़ने लगी है। यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद है। इससे रवी फसल का बंपर उत्पादन होगा। आगामी दिनों में इसी तरह की सर्दी पड़ने वाली है। दो दिन बाद पारा 3 डिग्री नीचे गिरने की संभावना है। फिलहाल इस महीने में बारिश गिरने का कोई अनुमान नहीं है।





