रिपोर्ट- नेमीचंद बंजारे, एडिट- विजय नंदन
गरियाबंद: पुलिस ने राजिम थाना क्षेत्र के लोधिया तालाब में मिले एक युवक की रहस्यमय हत्या की गुत्थी को महज़ 48 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। मृतक के हाथ-पैर बंधे और मुंह में कपड़ा ठूंसे हुए शव की बरामदगी के बाद पुलिस ने दो नाबालिगों सहित कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान राजिम निवासी दुर्गेश साहू के रूप में हुई थी। पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या का मुख्य कारण मृतक दुर्गेश साहू और मुख्य आरोपी वीरेंद्र धीवर के बीच सिर्फ ₹1000 के लेन-देन को लेकर चल रहा विवाद था।

शुक्रवार को आरोपी वीरेंद्र धीवर ने दुर्गेश साहू को लोधिया तालाब के पास बुलाया और उससे अपने पैसे वापस माँगे। नशे में चूर चारों आरोपी (वीरेंद्र धीवर, थानेन्द्र साहू और दो नाबालिग) पैसे वापस न मिलने से नाराज हो गए। उन्होंने तालाब किनारे सुनसान जगह पर दुर्गेश की लात-घूंसों और पत्थरों से बेरहमी से हत्या कर दी। इस जघन्य वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने सबूत मिटाने की कोशिश की। हत्या के बाद आरोपियों ने जघन्य तरीके से शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की। उन्होंने दुर्गेश के हाथ-पैर बाँध दिए। मुँह में कपड़ा ठूँस दिया और लाश को पत्थर से बाँधकर लोधिया तालाब में फेंक दिया। घटना को दुर्घटना साबित करने के लिए मृतक की साइकिल भी तालाब में फेंक दी।

तकनीकी साक्ष्यों से खुला राज
मामले की गंभीरता को देखते हुए राजिम थाना पुलिस और गरियाबंद जिले की स्पेशल टीम ने जाँच शुरू की। पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जैसे सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों से पूछताछ का सहारा लिया, जिससे उन्हें अहम सुराग मिले।
एसडीओपी गरियाबंद निशा सिन्हा के अनुसार पूछताछ के दौरान सभी चारों आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अपराध में प्रयुक्त वस्तुओं को जब्त कर लिया गया है, और उन्हें जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।