BY: Yoganand Shrivastva
संभल, उत्तर प्रदेश — सावन का पवित्र महीना इस बार संभल जिले के श्रद्धालुओं के लिए खास होने जा रहा है। 46 वर्षों बाद कार्तिकेय महादेव मंदिर में श्रावण मास में कांवड़ियों को जलाभिषेक करने का अवसर मिलेगा। इसे लेकर प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ और सुरक्षा प्रबंध किए हैं।
46 साल बाद फिर खुलेगा ऐतिहासिक मंदिर
संभल के खग्गू सराय क्षेत्र में स्थित यह प्राचीन कार्तिकेय महादेव मंदिर लंबे समय से बंद पड़ा था। बीते वर्ष जब प्रशासन ने एक विशेष चेकिंग अभियान चलाया, तब इस मंदिर का पुनः उद्घाटन हुआ। इसके बाद मंदिर स्थानीय धार्मिक मान्यता का केंद्र बन गया और अब सावन में पहली बार फिर से इस मंदिर में भक्तों को शिवलिंग पर जल अर्पित करने का सौभाग्य मिलेगा।
मंदिर बनेगा कांवड़ यात्रा का प्रमुख केंद्र
गंगा घाटों से जल लेकर आ रहे कांवड़िए, इस बार संभल के इस ऐतिहासिक स्थल पर रुकेंगे। प्रशासन को उम्मीद है कि सावन महीने भर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन और पूजा के लिए आएंगे। इसी के चलते सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर में सीसीटीवी कैमरे, आरआरएफ जवानों की तैनाती, पीने के पानी की व्यवस्था, सड़क मरम्मत और रातभर विद्युत व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
प्रशासन की सतर्कता और श्रद्धालुओं से अपील
संभल प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें और शांति व्यवस्था बनाए रखें। किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए दिन-रात पुलिस बल और तकनीकी निगरानी टीमें तैनात रहेंगी।
यह मंदिर पहले इसलिए भी चर्चाओं में आया था क्योंकि एक धार्मिक यात्रा के दौरान सीओ अनुज चौधरी खुद हनुमान जी की गदा उठाकर यात्रा में शामिल हुए थे, जिससे इस स्थल की पवित्रता और ऐतिहासिकता को और मान्यता मिली।
कब से शुरू हो रहा है सावन?
वैदिक पंचांग के अनुसार, आषाढ़ पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जा रही है। इसके ठीक बाद, 11 जुलाई से सावन मास की शुरुआत होगी। यह महीना 9 अगस्त तक चलेगा, जिसमें चार सोमवार पड़ेंगे। इन चारों सोमवारों को शिव भक्त भारी संख्या में मंदिरों का रुख करेंगे। इसी कारण से पूरे जिले में धार्मिक आयोजनों को देखते हुए सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।