भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऐसी पारी खेली, जिसे क्रिकेट इतिहास में लंबे समय तक याद रखा जाएगा। गिल ने न सिर्फ दोहरा शतक जड़ा, बल्कि कई बड़े रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिए, जिनमें विराट कोहली और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों के कीर्तिमान भी शामिल हैं।
शानदार बल्लेबाज़ी: 269 रन की बेमिसाल पारी
शुभमन गिल ने नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हुए 387 गेंदों में 269 रन बनाए। उनकी इस यादगार पारी में शामिल थे:
- 30 चौके
- 3 छक्के
गिल की बल्लेबाज़ी में आत्मविश्वास, संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन देखने को मिला। जैसे ही कोई खराब गेंद मिली, उन्होंने उसे बाउंड्री पार भेजने में देरी नहीं की।
विराट कोहली का रिकॉर्ड टूटा
इस पारी के साथ शुभमन गिल टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान बन गए हैं। उन्होंने विराट कोहली का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्होंने 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 254 रन बनाए थे।
भारतीय कप्तानों द्वारा टेस्ट में सबसे बड़ी पारियां:
खिलाड़ी | रन | विपक्ष | वर्ष |
---|---|---|---|
शुभमन गिल | 269 | इंग्लैंड | 2025 |
विराट कोहली | 254 | साउथ अफ्रीका | 2019 |
महेंद्र सिंह धोनी | 224 | ऑस्ट्रेलिया | 2013 |
सचिन तेंदुलकर | 217 | न्यूजीलैंड | 1999 |
सुनील गावस्कर | 205 | वेस्टइंडीज | 1978 |
सेना देशों में दोहरा शतक लगाने वाले पहले एशियाई कप्तान
गिल ने SENA देशों (साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले एशियाई टेस्ट कप्तान बनने का गौरव भी हासिल किया है।
इससे पहले यह रिकॉर्ड तिलकरत्ने दिलशान के नाम था, जिन्होंने लॉर्ड्स में 193 रन बनाए थे।
सुनील गावस्कर का इंग्लैंड में सबसे बड़ी पारी का रिकॉर्ड टूटा
गिल अब इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ी पारी खेलने वाले भारतीय बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने सुनील गावस्कर के 221 रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, जो 1979 में द ओवल मैदान पर बना था।
इंग्लैंड में भारतीय बल्लेबाजों की सबसे बड़ी टेस्ट पारियां:
खिलाड़ी | रन | मैदान | वर्ष |
---|---|---|---|
शुभमन गिल | 269 | लीड्स | 2025 |
सुनील गावस्कर | 221 | द ओवल | 1979 |
राहुल द्रविड़ | 217 | द ओवल | 2002 |
सचिन तेंदुलकर | 193 | हेडिंग्ले | 2002 |
युवा कप्तान की सुनहरी शुरुआत
शुभमन गिल की यह पारी न केवल उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई, बल्कि भारतीय टेस्ट इतिहास में भी एक चमकदार अध्याय जुड़ गया। बतौर कप्तान उनकी ये उपलब्धि आने वाले समय में भारतीय क्रिकेट की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकती है।