Ola Electric के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। कंपनी ने भले ही वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) में ₹428 करोड़ का घाटा दर्ज किया हो, लेकिन इसके बावजूद शेयरों में दो दिनों में 22% की तेजी दर्ज की गई। आखिर इस उछाल के पीछे क्या कारण हैं? आइए जानते हैं।
Ola Electric को घाटा, फिर भी शेयर चढ़े क्यों?
- Ola Electric ने Q1FY26 में ₹428 करोड़ का शुद्ध घाटा दर्ज किया, लेकिन पिछली तिमाही (Q4FY25) के ₹870 करोड़ के घाटे से यह काफी कम है।
- राजस्व भी बढ़कर ₹828 करोड़ हो गया है, जबकि Q4FY25 में यह ₹611 करोड़ था।
- कंपनी ने जून महीने में EBITDA (कमाई से पहले का लाभ) पॉजिटिव दर्ज किया, जो निवेशकों के लिए बड़ा संकेत है कि संचालन में सुधार हो रहा है।
- Ola ने 25.6% का रिकॉर्ड ग्रॉस मार्जिन हासिल किया, जिसका श्रेय बेहतर लागत नियंत्रण, वर्टिकल इंटीग्रेशन और नए Gen-3 मॉडल्स को जाता है।
Project ‘Lakshya’ और FY26 की मजबूत गाइडेंस ने बढ़ाया भरोसा
INVasset PMS के बिजनेस हेड हर्षल दसानी के अनुसार:
“Ola Electric ने संचालन में अनुशासन दिखाया है। Project ‘Lakshya’ के तहत लागत में कटौती, PLI लाभ और स्थानीय निर्माण में सुधार ने निवेशकों को आश्वस्त किया है।”
Ola Electric की FY26 रणनीति:
- 3.25 लाख से 3.75 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचने का लक्ष्य
- ₹4200 करोड़ से ₹4700 करोड़ के बीच राजस्व का अनुमान
- Q2FY26 से EBITDA पॉजिटिव रहने की उम्मीद
- 35%-40% तक ग्रॉस मार्जिन का लक्ष्य
- Rare-earth-free मोटर्स का प्रयोग, जिससे दीर्घकालिक सप्लाई चेन समस्याओं में राहत
Ola Electric शेयर प्राइस: निवेश के लिए सही समय?
- Ola Electric का शेयर 15 जुलाई को बीएसई पर 18% की छलांग के साथ बंद हुआ।
- दो दिन की तेजी के बाद शेयर ₹48.88 तक पहुंच गया।
ब्रोकरेज हाउसेज की राय:
- Goldman Sachs: रेटिंग ‘Buy’, टारगेट प्राइस ₹63 (पहले ₹60)
- HSBC: रेटिंग ‘Hold’, टारगेट ₹49, लेकिन PLI लाभ को लेकर सेल सेल इंडस्ट्री पर चिंता
- Kotak Institutional Equities: रेटिंग ‘Sell’, लक्ष्य मूल्य ₹30 (DCF आधार पर)
Kotak का कहना है कि “घाटा घटा है, लेकिन बिक्री अपेक्षा से कम रही है और प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।”
निवेशकों के लिए क्या संकेत हैं?
भले ही Ola Electric अभी घाटे में है, लेकिन कंपनी के संचालन में हुए बड़े बदलाव, लागत नियंत्रण, और उत्पादन से जुड़े सकारात्मक संकेतों ने बाजार में इसका भरोसा बढ़ाया है। यह उन दुर्लभ मामलों में से है, जहां निवेशक तात्कालिक मुनाफे की बजाय दीर्घकालिक रणनीति और निष्पादन क्षमता को तवज्जो दे रहे हैं।
निष्कर्ष
Ola Electric का प्रदर्शन संकेत देता है कि भारत की ईवी कंपनियां अब केवल प्रचार नहीं, बल्कि असल विकास की दिशा में आगे बढ़ रही हैं। घाटे के बावजूद शेयरों में आई तेजी दिखाती है कि बाजार भविष्य की संभावनाओं को पहचान रहा है। हालांकि निवेश से पहले प्रमाणित विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है।