मध्य प्रदेश में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। शनिवार तक राज्य के सभी हिस्सों में मानसून पहुंच गया और रविवार को अधिकांश जिलों में रुक-रुक कर बारिश हुई। राजधानी भोपाल समेत कई इलाकों में बादल छाए रहे और बूंदाबांदी होती रही, जिससे मौसम सुहावना हो गया।
4 जिलों में अतिभारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार और मंगलवार के लिए राजगढ़, उज्जैन, शाजापुर और आगर मालवा जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भारी से अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
इसके अलावा ग्वालियर, चंबल, सागर, भोपाल और उज्जैन संभाग के कुछ हिस्सों में भी भारी वर्षा हो सकती है। अन्य जिलों में हल्की बारिश की संभावना है।
जिलेवार बारिश का लेखा-जोखा
रविवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कई जिलों में मापी गई बारिश:
- टीकमगढ़: 262 मिमी (10.30 इंच) – सबसे ज्यादा बारिश
- मंडला: 35 मिमी
- नर्मदापुरम: 33 मिमी
- ग्वालियर: 25 मिमी
- भोपाल: 21 मिमी
- रायसेन: 20 मिमी
- मलाजखंड: 17 मिमी
- पचमढ़ी: 13 मिमी
- गुना, शिवपुरी: 7 मिमी
- दमोह: 6 मिमी
- छिंदवाड़ा, सिवनी: 5 मिमी
- बैतूल, इंदौर, खजुराहो: 4 मिमी
- उमरिया, सागर: 2 मिमी
- धार, उज्जैन: 1 मिमी
बारिश का असर
- टीकमगढ़ में मूसलधार बारिश से कई इलाकों में जलभराव हो गया है।
- बरसाती नदियां उफान पर हैं, जिससे कुछ स्थानों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
मौसमी सिस्टम: क्यों हो रही है इतनी बारिश?
वर्तमान में दक्षिण उत्तर प्रदेश के मध्य हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। इसके साथ ऊपरी हवा में एक चक्रवात भी बना हुआ है, जो दक्षिण की ओर झुका है।
इस सिस्टम के उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में भी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।