हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर जारी है। मंडी जिले के कई इलाकों में बादल फटने से भारी तबाही देखने को मिल रही है। तेज बारिश से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं, लैंडस्लाइड के कारण कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं।
राज्य प्रशासन और मौसम विभाग ने नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है, क्योंकि अगले कुछ घंटों में बारिश और तेज होने की संभावना है।
करसोग और धर्मपुर में हालात भयावह
करसोग घाटी में बादल फटने की चपेट में 8 मकान
करसोग घाटी में बादल फटने के कारण पानी का बहाव इतना तेज था कि:
- 7 से 8 मकान बह गए
- दो दर्जन गाड़ियां पानी में बह गईं
- कई इलाकों में घरों में पानी घुस गया
- मेगली गांव में नाले का पानी गांव के बीचों-बीच बहने लगा
धर्मपुर में नदी 20 फीट ऊपर बह रही है
धर्मपुर में हालात और भी गंभीर हैं:
- नदी का जलस्तर करीब 20 फीट तक बढ़ गया
- बाजार और बस अड्डा जलमग्न हो गए
- थुनाग के मुख्य बाजार में सड़क पर नाला बहने लगा
रातभर लोग अपने घरों की सुरक्षा में लगे रहे। कई परिवारों को आधी रात को ही सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
कुल्लू में तीर्थन नदी का रौद्र रूप
कुल्लू जिले की बंजार घाटी में तीर्थन नदी भी उफान पर है। बारिश के कारण:
- दर्जनों सड़कों का संपर्क टूट गया
- यातायात पूरी तरह ठप हो गया
- स्थानीय लोग और टूरिस्ट फंसे हुए हैं
मंडी पुलिस कैंप बना राहत केंद्र
पंडोह क्षेत्र में नाले के तेज बहाव ने गांव को अपनी चपेट में ले लिया। इस दौरान:
- कई घरों में पानी भर गया
- लोग सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर हुए
- पुलिस कैंप में लोगों को शरण दी गई
मौसम विभाग का अलर्ट: 6 जुलाई तक बारिश की संभावना
मौसम विभाग के मुताबिक:
- 01 से 06 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना
- 01 जुलाई के लिए “रेड अलर्ट” जारी
- नदियों और नालों से दूरी बनाए रखने की सलाह
यह मॉनसून हिमाचल में पिछले वर्षों की तुलना में अधिक विनाशकारी साबित हो रहा है।
प्रशासन की अपील: घरों में रहें, यात्रा टालें
मंडी जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है:
- जरूरी काम के बिना घर से बाहर न निकलें
- टूरिस्ट ट्रैवल प्लान फिलहाल स्थगित करें
- प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करें
मंडी में बारिश और बादल फटने की घटना ने पूरे क्षेत्र को संकट में डाल दिया है। जनहानि और संपत्ति का नुकसान चिंताजनक है। इस समय सतर्कता, सावधानी और प्रशासन के निर्देशों का पालन ही एकमात्र उपाय है। आने वाले दिनों में और अधिक वर्षा की संभावना को देखते हुए सभी को अलर्ट रहना जरूरी है।