गुजरात सरकार ने राज्य के पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी पहल की है। अहमदाबाद से सोमनाथ तक की दूरी अब सिर्फ 4 घंटे में तय की जा सकेगी, क्योंकि नमो शक्ति एक्सप्रेसवे और सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेसवे को आधिकारिक मंजूरी मिल गई है। इन दोनों मेगा प्रोजेक्ट्स से न केवल यात्रा समय घटेगा, बल्कि पर्यटन और औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी।
परियोजना की प्रमुख बातें
दो मेगा एक्सप्रेसवे की जानकारी:
- नमो शक्ति एक्सप्रेसवे
- अनुमानित लागत: ₹36,120 करोड़
- सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेसवे
- अनुमानित लागत: ₹57,120 करोड़
- कुल लागत: ₹93,240 करोड़
- कुल लंबाई: 1,110 किलोमीटर
प्रभावित और जुड़ने वाले जिले:
- अमरेली, बोटाद, सुरेन्द्रनगर, पाटण, बनासकांठा, अहमदाबाद, राजकोट, मोरबी, जामनगर, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ
यात्रा में आएगी 30% की कमी
एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद अहमदाबाद से सोमनाथ की दूरी लगभग 30% कम समय में तय की जा सकेगी। वर्तमान में जहां इस यात्रा में 6 घंटे से अधिक लगते हैं, वहीं इन सड़कों के बनने के बाद यह समय सिर्फ 4 घंटे का रह जाएगा।
छह महीने में टेंडर प्रक्रिया, 36 महीने में निर्माण पूरा
सरकार की योजना है कि अगले 6 महीनों में टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली जाए, जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। पूरा प्रोजेक्ट 36 महीनों के भीतर पूरा होने की उम्मीद है। ये प्रोजेक्ट पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत विकसित किए जाएंगे।
पर्यटन और उद्योग दोनों को मिलेगा बढ़ावा
नए एक्सप्रेसवे से जिन प्रमुख पर्यटन स्थलों और औद्योगिक हबों को कनेक्ट किया जाएगा, वे हैं:
पर्यटन स्थल:
- अंबाजी
- धरोई डैम
- पोलो फॉरेस्ट
- मोढेरा सूर्य मंदिर
- सोमनाथ
- द्वारका
- पोरबंदर
औद्योगिक क्षेत्र:
- बावला
- साणंद
- राजकोट-शापर
- पोरबंदर-कोडिनार
- धोलेरा स्मार्ट सिटी
एक्सप्रेसवे पर मिलेंगी विश्वस्तरीय सुविधाएं
इन एक्सप्रेसवे को स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के तौर पर तैयार किया जाएगा:
- 42 इंटरचेंज बनेंगे, ताकि हर प्रमुख मार्ग जुड़ सके
- हर 50 किलोमीटर पर होंगी सड़क किनारे सुविधाएं:
- हल्के और भारी वाहनों की पार्किंग
- स्वच्छ शौचालय
- रेस्टोरेंट व फूड स्टॉल्स
- ईंधन स्टेशन
- आपातकालीन चिकित्सा सेवा
- ओवरपास और अंडरपास के जरिए वन्यजीवों के लिए सुरक्षित मार्ग भी सुनिश्चित किए जाएंगे।
गुजरात के विकास की नई रफ्तार
नमो शक्ति और सोमनाथ-द्वारका एक्सप्रेसवे न केवल गुजरात के इन्फ्रास्ट्रक्चर को नया आयाम देंगे, बल्कि पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खोलेंगे। इन परियोजनाओं के पूरा होने पर न सिर्फ लोगों का सफर आसान होगा, बल्कि राज्य का आर्थिक और सामाजिक विकास भी रफ्तार पकड़ेगा।