BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर, देश के मेडिकल शिक्षण संस्थानों में चल रहे कथित फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार को लेकर सीबीआई की कार्रवाई तेज हो गई है। इसी कड़ी में बुधवार सुबह इंदौर स्थित इंडेक्स मेडिकल कॉलेज पर भी सीबीआई की टीम ने छापा मारा। आरोप है कि कॉलेज प्रशासन ने मान्यता नवीनीकरण के लिए निरीक्षण रिपोर्ट को जानबूझकर अनुकूल दिखाने के मकसद से रिश्वत दी और फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया।
यह कार्रवाई रायपुर से शुरू हुई थी और देशभर में 40 से अधिक संस्थानों को जांच के दायरे में लिया गया है। इंदौर का कॉलेज इसी चेन की एक अहम कड़ी बनकर सामने आया है।
कॉलेज संचालकों के निवास और ऑफिसों पर भी कार्रवाई
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने कॉलेज के साथ-साथ इसके संचालक सुरेश भदौरिया और उनके बेटे मयंक भदौरिया के कार्यालय और तिलक नगर स्थित आवास पर भी छापेमारी की। जांच एजेंसी को ऐसी जानकारी मिली थी कि कॉलेज प्रबंधन ने नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) को रिपोर्ट सौंपते समय कमियों को छुपाया और रिश्वत देकर मान्यता को नवीनीकृत करवाया।
इस कार्रवाई को नेशनल हेल्थ कमीशन की एक विशेष रिपोर्ट के आधार पर अंजाम दिया गया, जिसमें इस तरह की गड़बड़ियों के संकेत मिले थे।
प्रमुख गड़बड़ियों की जांच में जुटी सीबीआई
जांच एजेंसी ने कॉलेज परिसर और अस्पताल के कार्यालयों से दस्तावेज जब्त किए हैं। साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों के रिकॉर्ड और उपस्थिति, स्टाफ की संख्या, फैकल्टी और बुनियादी सुविधाओं जैसे लेक्चर हॉल, प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, हॉस्पिटल में बेड की संख्या आदि की समीक्षा की गई।
सीबीआई की टीम बुधवार सुबह करीब 8:30 बजे कॉलेज में दाखिल हुई थी और उसके बाद संचालकों से पूछताछ की गई।
मान्यता की प्रक्रिया में भारी अनियमितता की आशंका
मेडिकल कॉलेजों को हर साल नेशनल मेडिकल कमीशन के दिशा-निर्देशों के अनुसार सुविधाओं की रिपोर्ट देनी होती है। यदि कोई कॉलेज मानकों पर खरा नहीं उतरता तो उसकी मान्यता रद्द की जा सकती है। इसी दबाव में कई संस्थान रिश्वत और फर्जीवाड़े का सहारा लेकर कमियों को छुपाते हैं।
इसी तरह की रिपोर्टिंग में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप में इंडेक्स मेडिकल कॉलेज भी घिरा हुआ नजर आ रहा है। कॉलेज प्रबंधन की ओर से फिलहाल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
रायपुर में रिश्वत लेते हुए पकड़े गए 6 आरोपी
इसी केस से जुड़ी एक बड़ी कार्रवाई में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित रावतपुरा मेडिकल कॉलेज को लेकर भी छापा मारा था। इस कॉलेज को 250 सीटों की मान्यता दिलाने के बदले 55 लाख रुपए की रिश्वत दी गई थी। सीबीआई ने इस मामले में 6 आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है और सभी को रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया गया।
देशभर में कार्रवाई की संभावना
सीबीआई सूत्रों की मानें तो इस पूरे रैकेट का नेटवर्क देशभर के कई मेडिकल कॉलेजों में फैला हुआ है। इंदौर, रायपुर जैसे शहरों के बाद आने वाले दिनों में और भी संस्थानों पर छापेमारी हो सकती है। इस पूरे घटनाक्रम को लेकर नेशनल मेडिकल कमीशन और स्वास्थ्य मंत्रालय भी गंभीरता से नजर बनाए हुए हैं।