केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार यानी 23 जुलाई को लोकसभा में मोदी सरकार 3.0 का पहला बजट पेश किया। इस बजट को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया हमलावर है और राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप लगा रहा है। विपक्षी सांसदों ने आज यानी 24 जुलाई को भी सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सपा से राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी शामिल हुई और जमकर मोदी सरकार पर हमला बोला।
विपक्षी सांसदों के प्रदर्शन में शामिल जया बच्चन ने कहा, हम ये कह रहे हैं कि सच बोलिए। देश को गुमराह मत कीजिए। यूथ को जो वादा किया है नौकरियों का,क्या जो लोग पहले से इंतजार कर रहे हैं, उन्हें भी शामिल किया जाएगा। या ये अलग से जॉब दी जाएंगी। सपा सांसद ने आगे कहा, ”इस बजट में राज्यों को कुछ दिया नहीं। बिहार को क्या दिया आपने? सिर्फ गुमराह किया। बहुत खुश हो रहे बिहार के लोग…”
INDIA अलायंस के नेताओं का विरोध प्रदर्शन
INDIA गठबंधन के नेताओं ने संसद में ‘भेदभावपूर्ण’ केंद्रीय बजट 2024 का विरोध किया। इस विरोध प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी सुप्रीमो और यूपी के कन्नौज लोकसभा सीट से सांसद अखिलश यादव, कांग्रेस पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल, डीएमके के सांसद जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।
केंद्र पर जमकर भड़के अखिलश यादव
वहीं इस मौके पर सपा सुप्रीमो अखिलश यादव ने कहा, “समर्थन मूल्य किसान को ना देकर गठबंधन के साथियों को दे रहे हैं…उत्तर प्रदेश को बड़े सपने दिखाए थे, क्या मिला उत्तर प्रदेश को? डबल इंजन की सरकार है तो डबल लाभ मिलना चाहिए था, दिल्ली का लाभ लखनऊ का लाभ लेकिन लगता है कि दिल्ली अब लखनऊ की ओर नहीं देख रही है या लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज कर दिया उसका परिणाम बजट में दिखाई दे रहा है… विकास बिहार जा रहा है तो उत्तर प्रदेश को क्यों छोड़ रहे हैं? बाढ़ अगर बिहार की रोकनी है तो नेपाल और उत्तर प्रदेश की बाढ़ रोके बिना आप बिहार की बाढ़ कैसे रोकेंगे? आप पहले उत्तर प्रदेश और नेपाल की बाढ़ रोके तो बिहार की बाढ़ अपने आप रुक जाएगी।”
सहयोगियों को खुश करने वाला है यह बजट- कांग्रेस अध्यक्ष
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्रीय बजट पर कहा, \”बजट में कोई न्याय नहीं मिला है, तो न्याय दिलाने के लिए हम लड़ रहे हैं…\” विरोध प्रदर्शन में शामिल खड़गे ने आगे कहा, \”यह बजट सिर्फ अपने सहयोगियों को संतुष्ट करने के लिए है… उन्होंने किसी को कुछ नहीं दिया।\”